Highlights
- बढ़ती महंगाई के बीच ब्याज दर बढ़ने की उम्मीद लगा रहे थे निवेशक
- PPF, NSC और सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाओं के निवेशक होंगे निराश
- स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर हर तीन महीने पर ब्याज दर तय होती है
Small savings schemes: सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। यह लगातार नौंवी तिमाही है जब सरकार ने स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर मिलने वाली ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। विशेषज्ञों का मनना था कि कोरोना के बाद से सभी तरह के जमा पर निवेशकों को बहुत कम ब्याज मिल रहा है। हाल के दिनों में बैंकों ने एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि इस बार छोटी बचत योजनाओं पर भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। वित्त मंत्रालय के इस फैसले से देशभर के लाखों छोटे निवेशक मायूस होंगे।
अभी ब्याज दर निचले स्तर पर
कोरोना के बाद से सभी तरह के जमा पर निवेशकों को बहुत कम ब्याज मिल रहा है। सविंग अकाउंट पर बैंक 2.5% से लेकर 3% का ब्याज दे रहे हैं। वहीं, एक से तीन साल की एफडी 5.5%, पांच साल की एफडी 6.7% और पांच वर्ष की आरडी 5.8% ब्याज मिल रहा है। डाकघर में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर 7.4% की दर से ब्याज मिल रहा है। अभी पीपीएफ 7.1%, किसान विकास पत्र 6.9% और सुकन्या समृद्धि योजना 7.6% की दर से ब्याज निवेशकों को मिल रहा है।
तिमाही आधार पर तय होती है ब्याज
छोटी बचत योजनाओं पर पर हर तीन महीने यानी तिमाही आधार पर ब्याज दर तय होती है। वित्त मंत्रालय ब्याज दरों को तय करता है। बता दें 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से स्माल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वहीं, कई योजनाओं पर ब्याज दरों में कमी की गई है।