Loan From Aadhaar Card: आधार कार्ड (Aadhar Card) से लोन के लिए अगर आपके पास भी मैसेज आ रहा है तो आप सावधान हो जाइए। क्या आपके पास भी पीएम योजना के तहत आधार कार्ड से लोन दिए जाने के मैसेज आ रहे हैं? दरअसल, सोशल मीडिया में 'PM योजना से आधार कार्ड लोन लें 2 प्रतिशत सलाना ब्याज 50 प्रतिशत माफ PYLOAN' का मैसेज तेजी सा लोगों को भेजा जा रहा है। मैसेज में कहा जा रहा है कि पीएम योजना के तहत आधार कार्ड से लोन दिया जा रहा है। पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस फर्जी मैसेज का स्क्रीनशॉट भी शेयर करते हुए आगाह किया है।
जानिए क्या है सच्चाई?
सोशल मीडिया पर वायरल आधार कार्ड (Aadhar Card) से लोन की खबर को लेकर भारत सरकार के लिए तथ्यों की जांच करने वाली प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से चेतावनी जारी की है। पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट करके कहा कि, 'क्या आपके पास भी पीएम योजना के तहत आधार कार्ड से लोन दिए जाने के मैसेज आ रहे हैं? #PIBFactCheck:- यह मैसेज फर्जी है, यह ठगी का एक प्रयास हो सकता है। ऐसे फर्जी मैसेज को साझा ना करें।
बिना जानें लिंक पर क्लिक करने से बचें
आपको बता दें कि, आजकल साइबर अपराधी आधार कार्ड को लेकर कई तरह के फर्जीवाड़े करके आपके बैंक अकाउंट में सेंध लगा रहे हैं। आधार कार्ड से लोन लेने के साइबर क्राइम के मामलों में तेजी से बढ़ रहे है। इसलिए, अगर आपके पास भी आधार कार्ड और लोन को लेकर कोई मैसेज व्हाट्सऐप, एमएमएस या किसी दूसरे माध्यम से आए तो आप इस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दें और इस फर्जी मैसेज को तुरंत डिलीट कर दें। साथ ही किसी भी तरह के मैसेज के साथ आए लिंक पर क्लिक बिल्कुल भी न करें और अपना डाटा शेयर न करें।
जानिए क्या है पीआईबी फैक्ट चेक
फर्जी खबर यानी फेक न्यूज से निपटने के लिए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक 'तथ्य जांच इकाई' गठित की है जिसे पीआईबी फैक्ट चेक टीम कहा जाता है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम द्वारा आप भी किसी भी संदेश की सत्यता की जांच करा सकते हैं। इसके तहत मीडिया में सरकार और सरकारी योजनाओं से जुड़ी खबरों की सच्चाई का पता लगाया जाता है। अगर आपके पास भी कोई डाउटफुल खबर है तो आप उसे factcheck।pib।gov।in या फिर वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail।com पर भेज सकते हैं। इसके बारे में ज्यादा जानकारी पीआईबी की वेबसाइट pib।gov।in पर भी उपलब्ध है।