Highlights
- पर्यटन के क्षेत्र ने कोरोना संकट को पीछे छोड़ते हुए नई उड़ान भरने की तैयारी कर ली है
- पर्यटन उद्योग ने कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बाद नई नौकरियों में बढ़ोतरी देखी
- तीसरी लहर के चलते भारतीय पर्यटन उद्योग में नई नौकरी में क्रमिक आधार पर एक प्रतिशत कमी हुई
मुंबई। यदि आपका अनुभव हॉस्पिटेलिटी और पर्यटन के क्षेत्र से है औ आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं। तो आपके लिए शानदार मौका है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार पर्यटन के क्षेत्र ने कोरोना संकट को पीछे छोड़ते हुए नई उड़ान भरने की तैयारी कर ली है। दिसंबर में इस क्षेत्र में नौकरियों की पेशकश में 4 फीसदी का इजाफा हुआ है।
मॉन्स्टर रोजगार सूचकांक की एक रिपोर्ट के अनुसार यात्रा और पर्यटन उद्योग ने कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बाद लगातार नई नौकरियों में बढ़ोतरी देखी है। रिपोर्ट के मुताबिक ये रुझान लॉकडाउन के बाद घूमने की इच्छा और स्थानीय पर्यटन में बढ़ोतरी के चलते हैं। हालांकि, तीसरी लहर के चलते भारतीय पर्यटन उद्योग में नई नौकरी में क्रमिक आधार पर एक प्रतिशत कमी हुई।
यह रिपोर्ट मॉन्स्टर रोजगार सूचकांक के आंकड़ों पर आधारित है। मॉन्स्टर डॉट कॉम के सीईओ शेखर गरिसा ने कहा कि भारतीय यात्रा और पर्यटन उद्योग ने पिछले वर्ष की तुलना में 2021 में तेजी से सुधार दर्शाया है।
परेशान करने वाले हैं बेरोजगारी के आंकड़े
बेरोजगारी के आंकड़ों बात करें तो जनवरी 2020 में देश में बेरोजगारी दर जो 7.2% थी, लेकिन कारोना शुरुआत में लॉकडाउन लगने के बाद यह बढ़कर मार्च में 23.5% और अप्रैल में 22% पर पहुंच गई। हालांकि बाद में यह वापस 6-7% के दायरे में लौट आई। वहीं जब 2021 में फिर लॉकडाउन लगा तो यह 12% तक पहुंच गई। ओमिक्रॉन संकट के बीच CMIE द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2021 में भारत की बेरोजगारी दर 4-महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
आगे बड़ी चुनौती
कंसल्टेंसी फर्म मैकेंजी ने अगस्त 2020 में एक रिपोर्ट में कहा था कि 2030 तक भारत में 6 करोड़ अतिरिक्त लोग भारत के गैर-कृषि लेबर मार्केट में प्रवेश करेंगे और 3 करोड़ लोग कृषि क्षेत्र से गैर-कृषि क्षेत्र में शिफ्ट करेंगे। यानी अगले 8 वर्षों में औद्योगिक क्षेत्र को 9 करोड़ लोगों को रोजगार देने के लिए तैयार होना होगा।