भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनिटीरी पॉलिसी में इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे होम लोन, कार लोन समेत तमाम तरह के लोन लेने वाले लोगों को निराशा हाथ लगी है। हालांकि, आरबीआई ने कहा है कि महंगाई कम हो रही है। इससे संकेत मिले हैं कि आने वाली मौद्रिक पॉलिसी में ब्याज दरों में कमी होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले महीनों में आरबीआई रेपो दर में 50-75 आधार अंकों की कटौती करेगा, जिससे 18 महीनों के भीतर दरें 5.75% के स्तर पर पहुंच जाएंगी। इससे होम लोन की ईएमआई का बोझ कम होगा। एक अनुमान के मुताबिक, इस साल होम लोन की ईएमआई 3.5% गिर सकती है।
ब्याज घटने से कितनी की होगी बचत
अगर आपने 50 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिया है और उसपर ब्याज की दर 9% से घटकर 8.5% हो जाती है, तो आपके होम लोन की ब्याज दर में 0.5% की गिरावट से आप 3.83 लाख रुपये की बचत होगी। एक्सपर्ट का कहना है कि आने वाले महीनों में ब्याज दर में कमी की पूरी उम्मीद है। इसका तुरंत फायदा लेने के लिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी ऋण व्यवस्था बाहरी बेंचमार्क-लिंक्ड उधार दर (ईबीएलआर) से लिंक हो। यह जानने के लिए अपने बैंक से संपर्क करें कि क्या आपकी ऋण व्यवस्था बीपीएलआर, बेस रेट या एमसीएलआर जैसी किसी अन्य पुरानी व्यवस्था के तहत है। यदि हां, तो आपको ईबीएलआर में ऋण व्यवस्था में बदलाव के लिए आवेदन करना होगा।
अगर आपने किसी एनबीएफसी या हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से होम लोन लिया है तो आपको ईबीएलआर में स्विच करने का विकल्प नहीं मिलेगा। आपके लिए ऐसे ऋणदाता के साथ बने रहना बेहतर होगा जो अपने मौजूदा उधारकर्ताओं को होम लोन पर सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी दरें देने की प्रतिष्ठा रखता हो। अगर वो ऐसा नहीं करता है तो आप होम लोन ट्रांसफर का विकल्प चुन सकते हैं।
ब्याज दर कम होना शुरू
होम लोन पर ब्याज की दरें 2023 के स्तर की तुलना में पहले से कम हुई हैं। एक समय होम लोन पर ब्याज की दरें 9% तक पहुंच गई थी। हालांकि, अब यह घटकर 8.30% रेंज में आ गई हे। कई बैंक अच्छे क्रेडिट स्कोक वाले ग्राहक को होम लोन पर स्पेशल रेट ऑफर कर रहे हैं।