Highlights
- सोने के 4 आभूषणों के लिए परीक्षण शुल्क 200 रुपये तय किया गया
- 5 या अधिक आभूषणों के लिए परीक्षण शुल्क 45 रुपये प्रति गहने तय
- सोने के आभूषणों का परीक्षण और शुद्धता की रिपोर्ट प्रदान की जाएगी
Gold hallmarking: सरकार ने सोने के आभूषण की अनिवार्य हॉलमार्किंग का दूसरा चरण 1 जून से शुरू करने का ऐलान किया है। यानी आप नए गहने खरीदने जाएंगे तो शुद्धता के लिए चिंतित होने की जरूरत नहीं होगी। जौहरी के लिए सोने के गहने पर हॉलमार्क लगाना अनिवार्य होगा। इस नए चरण में देश के 32 नए जिले जोड़े जाएंगे। इसके साथ ही सरकार ने एक और शुरुआत की है। अगर आप अपने घर में रखे सोने की शुद्धता जांचना चाहते हैं तो आप आसानी से यह काम कर सकते हैं। आप मामूली चार्ज देकर अपने गहने की शुद्धता की प्रमाण पत्र पा सकते हैं। इससे आपको अगर किसी समय बेचने की जरूरत होगी तो कोई दिक्कत नहीं आएगी।
बीआईएस ने जांच कराने की सुविधा शुरू की
बीआईएस ने एक आम ग्राहक को बीआईएस से मान्यता प्राप्त परख एवं हॉलमार्क केंद्र (एएचसी) में अपने बिना हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की शुद्धता की जांच कराने की अनुमति देने का प्रावधान किया है। एएचसी प्राथमिकता के आधार पर आम उपभोक्ताओं से सोने के आभूषणों का परीक्षण करेगा और उपभोक्ता को शुद्धता की रिपोर्ट प्रदान करेगा। उपभोक्ता को जारी की गई परीक्षण रिपोर्ट उपभोक्ता को उनके आभूषणों की शुद्धता के बारे में आश्वस्त करेगी और यदि उपभोक्ता अपने पास पड़े आभूषणों को बेचना चाहता है तो यह उपयोगी भी होगी।
जांच के लिए इतने रुपये चुकाने होंगे
सोने के 4 आभूषणों के लिए परीक्षण शुल्क 200 रुपये है। सोने के 5 या अधिक आभूषणों के लिए परीक्षण शुल्क 45 रुपये प्रति गहने रखा गया है। उपभोक्ता सोने के आभूषणों के परीक्षण पर विस्तृत दिशानिर्देश और मान्यता प्राप्त परख और हॉलमार्किंग केंद्रों की सूची को बीआईएस वेबसाइट के होम पेज के माध्यम से देख सकते हैं। उपभोक्ता द्वारा खरीदे गए एचयूआईडी नंबर वाले हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की प्रामाणिकता और शुद्धता को बीआईएस केयर ऐप में 'वेरीफाई एचयूआईडी' का उपयोग करके भी सत्यापित किया जा सकता है, जिसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।