Highlights
- यह रूल कमाई की शुरुआत करने वाले निवेशकों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है
- इस रूल के अनुसार इनकम शुरू होने के साथ ही 70% खर्च और 30% बचत करना होता है
- सही समय पर छोटी बचत से शुरुआत कर बड़ी रकम जमा की जा सकती है
कोरोना के बाद आसामान छूती महंगाई ने हर किसी का बजट बिगाड़ दिया है। ऐसे में घर चलाने के बाद कार और घर खरीदने के सपने पूरा करना थोड़ा मुश्किल हो गया है। हालांकि, यह नामुंकिन भी नहीं हुआ है। अगर आप कमाने के साथ फाइनेंशियल प्लानिंग में ‘70 का रूल’ फॉलो करेंगे तो आप आसानी से अपने ये दोनों बड़े सपने को पूरा कर पाएंगे। आइए जानते हैं कि फाइनेंशियल प्लानिंग में ‘70 का रूल’ क्या है।
क्या है ‘70 का रूल’
बड़े सपने को पूरा करने के लिए काफी बड़ी रकम की जरूरत होती है। तो बड़ी जरूरतों के लिए पैसा इक्ट्ठा करने में फाइनेंशियल प्लानिंग में 70 का रूल बहुत ही पॉपुलर है। यह रूल कमाई की शुरुआत करने वाले निवेशकों के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस रूल के अनुसार अगर कोई व्यक्ति अपनी इनकम शुरू होने के साथ ही 70 फीसदी खर्च और 30 फीसदी बचाता है तो वह बिना किसी परेशानी के अच्छी खासी रकम जमा कर सकता है। ऐसे में वह अपनी इनकम शुरू होने के कुल साल बाद घर, गाड़ी जैसे बड़े सपने को आसानी से पूरा करने में सक्षम हो जाता है।
30 फीसदी सेविंग का गणित
आमतौर पर जब कोई भी इंसान नौकरी करता है तो उसके ऊपर जिम्मेदारियां का बोझ बहुत कम होता है। ऐसे में वह अपने इनकम के पैसे का ज्यादा इस्तेमाल शौक-मौज में करता है। अगर, वह उसी अपने इकनम का 30 फीसदी रकम निवेश करें तो आसानी से अच्छी खासी रकम बचा सकता है। साथ ही वह इस रकम पर अधिक रिटर्न पाने के लिए रिस्क भी ले सकता है। यानी, वो इसे ऐसे इन्वेस्टमेंट टूल्स में निवेश कर सकता है जहां से उसे ज्यादा रिटर्न मिले।
सिर्फ सेविंग ही नहीं निवेश भी जरूरी
पैसे वाला बनने के लिए इनकम में सिर्फ सेविंग ही काफी नहीं होती है। इसके लिए सही इन्वेस्टमेंट टूल्स में निवेश करना जरूरी होता है। अगर सही निवेश टूल्स का चयन नहीं करते हैं तो भविष्य में महंगाई बढ़ने से पैसे की वैल्यु कम हो जाती है। इसके चलते फ्यूचर में आने वाली जरूरतों के लिए पैसे की कमी पड़ जाती है। इससे बचने के लिए सही इन्वेस्टमेंट टूल्स का चयन और निवेश की सही प्लानिंग बहुत जरूरी है।
कहां करें निवेश
अगर आप निवेश पर बिल्कुल रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ, पांच साल की एनएससी, एमआईएस, सुकन्या समृद्धि जैसी स्कीम्स में निवेश कर सकते हैं। इन प्रोडक्ट्स पर ब्याज दरों में कमी होने के बावजूद बैंकों के मुकाबले अधिक रिटर्न मिल रहा है।
म्युचुअल फंड भी एक अच्छा माध्यम
अगर आप अपने निवेश पर थोड़ा जोखिम लेना चाहते हैं तो शेयर मार्केट या म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इनकम की शुरुआत में ज्यादातर निवेशक रिस्क लेने में सक्षम होते हैं। ऐसा इसलिए कि उनके ऊपर जिम्मेदारियां कम होती है। शेयर या म्युचुअल फंड में लंबे समय के लिए निवेश कर परंपरागत निवेश माध्यम से अधिक रिटर्न हासिल कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड पर आप 10 से लेकर 12 फीसदी का रिटर्न आसानी से हासिल कर सकते हैं।