धनतेरस और दिवाली पर सोने और चांदी की सबसे अधिक खरीदारी होती है। इस बार 23 अक्टूबर को धनतेरस है। ऐसे में अगर आप सोने की खरीदारी करना चाहते हैं तो आपके पास कई विकल्प मौजूद हैं। आप सोने की ज्वैलरी, सिक्के के अलावा डिजिटल गोल्ड या गोल्ड बॉन्ड का भी रुख कर सकते हैं। जानकारों का कहना है कि आमतौर पर लोग सिर्फ सोने की ज्वैलरी खरीदने पर जोर देते हैं। हालांकि, बदलते दौर के साथ बाजार में कई विकल्प मौजूद है। अगर, निवेशक समझदारी से काम करें तो सोना खरीदने के साथ अच्छा रिटर्न भी प्राप्त कर सकता है।
सोने के सिक्के खरीदना ज्यादा फायदेमंद
सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप धनतेरस या दिवाली पर निवेश के लिए सोना खरीदना चाहते हैं तो सोने के गहने से ज्यादा सिक्के खरीदना फायदेमंद होगा। ऐसा इसलिए कि ज्वैलर सोने की ज्वैलरी पर 10 फीसदी से लेकर 20 फीसदी तक मेकिंग चार्ज वसूलते हैं। लेकिन जब आप अपने सोने के गहने बेचने जाते हैं तो आपको केवल सोने के मूल्य के बराबर राशि मिलती है। ऐसे में मेकिंग चार्ज का नुकसान होता है। वहीं, जब आप सोने के सिक्के खरीदेंगे तो उस पर मेकिंग चार्ज नहीं देना होगा। यानी भौतिक सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं तो सोने के सिक्के खरीदना ज्यादा फायदेमंद होगा।
गोल्ड म्यूचुअल फंड
गोल्ड ईटीएफ म्यूचुअल फंड की एक स्कीम है। इसमें निवेशक सोने की खरीद यूनिट के अनुसार कर सकते हैं। जब निवेशक सोना बेचते हैं तो उन्हें उस समय के बाजार मूल्य पर पैसा का भुगतान किया जाता है। देश की कई म्यूचुअल फंड कंपनियां गोल्ड ईटीएफ में निवेश की सुविधा देती है। वित्तीय योजनाकारों का कहना है कि छोटे निवेशकों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है। निवेशक लंबी अवधि के लिए गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। ये ऐसी योजनाएं हैं जो मुख्य रूप से गोल्ड ईटीएफ और अन्य संबंधित परिसंपत्तियों में निवेश करती हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड प्रत्यक्ष रूप से भौतिक सोने में निवेश नहीं करते हैं, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से उसी स्थिति को लेते हैं। गोल्ड ईटीएफ गोल्ड ईटीएफ (विनिमय व्यापार फंड) एक ओपन-एंडेड फंड है जो स्टॉक एक्सचेंजों पर ट्रेड करता है। यह एक ऐसा उपकरण है जो सोने में निवेश पर सोने की कीमत पर आधारित होता है। गोल्ड ईटीएफ 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने में निवेश करता है। उनका प्रबंधन फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है जो प्रतिदिन सोने की कीमतों पर नजर रखते हैं और रिटर्न को अनुकूलित करने के लिए भौतिक सोने का व्यापार करते हैं।
डिजिटल गोल्ड
भारत में 3 ऐसी कंपनियां हैं जहां से आप डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं। इसमें MMTC-PAMP India Pvt Ltd, Augmont Gold Ltd और Digital Gold India Pvt Ltd कंपनियां शामिल हैं। इसके अलावा एयरटेल पेमेंट्स बैंक सेफगोल्ड (SafeGold) के साथ मिलकर DigiGold की सुविधा देता है। इसके अलावा ई-वॉलेट जैसे पेटीएम, गूगल पे, फोनपे आदि अपने प्लेटफॉर्म के जरिये डिजिटल गोल्ड में निवेश का विकल्प मुहैया कराते हैं। अगर आप डिजिटल गोल्ड में निवेश करने की सोच रहे हैं तो सिर्फ पंजीकृत निवेश सलाहकार के माध्यम से ही निवेश करें।
GOLD BOND पर ब्याज से कमाई
भारतीय रिजर्व बैंक साल में कई बार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। इसमें सोने की कीमत अधिकांश समय बाजार कीमत से थोड़ी कम होती है। साथ ही इसमें निवेश पर 2.5 फीसदी ब्याज मिलता है। यानी निवेशकों को सोने की कीमत बढ़ने के साथ ब्याज का भी लाभ दिया जाता है। इसकी परिपक्वता अवधि आठ साल की है लेकिन जरूरत पर इसे पांच साल बाद भी बेच सकते हैं। निवेशक इसमें एक ग्राम सोने के मूल्य के बराबर राशि निवेश कर सकते हैं। बॉन्ड में निवेश के लिए डिजिटल रूप में भुगतान करने पर प्रति 10 ग्राम 50 रुपये की छूट भी मिलती है। यानी अगर आप निवेश के लिए सोना खरीद रहे हैं तो यह सबसे बेहतरी विकल्प हो सकता है।