आज के समय में बढ़ते मेडिकल खर्च को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस कराना काफी जरूरी है। कई बार देखा जाता है कुछ लोग पहले से मौजूद पॉलिसी का सम एश्योर्ड कम लगने पर कोई दूसरी पॉलिसी भी ले लेते हैं। ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि क्या दोनों हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर एक साथ क्लेम लिया जा सकता है या नहीं।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में कैसे ले सकते हैं क्लेम?
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर क्लेम आप दो तरीकों ले सकते हैं। पहला- हॉस्पिटल में इजाल कराने के बाद बिल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी को सबमिट करके क्लेम ले सकते हैं। दूसरा- हॉस्पिटल में भर्ती होने के साथ ही आप कैशलैस क्लेम के लिए आवेदन करना होता है और जैसे ही आपका कैशलैस क्लेम एप्रूव हो जाता है तो आपको बीमा पॉलिसी का फायदा मिलना शुरू हो जाता है।
क्या दो हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर ले सकते हैं क्लेम?
अगर आपके पास दो अलग-अलग कंपनियों के हेल्थ इंश्योरेंस हैं तो आपके हॉस्पिटल में भर्ती होने पर कैशलैस क्लेम का लाभ केवल एक ही इंश्योरेंस पॉलिसी पर ले सकते हैं। आपको दो अलग-अलग कंपनियों की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर एक साथ कैशलैश क्लेम का फायदा नहीं मिलेगा। वहीं, अगर क्लेम आपके सम एश्योर्ड से ज्यादा होता है तो बाकी के बिल को आप हॉस्पिटलाइजेशन के बाद रिमबर्स करवा सकते हैं।
वहीं, अगर आपके पास एक ही कंपनी की दो अलग-अलग इंश्योरेंस पॉलिसी है तो आपको इसके कंपनी से बात करनी होगी और पता करना होगा कि क्या एक साथ इंश्योरेंस पॉलिसी पर क्लेम मिल सकता है या नहीं। कई बार देखा जाता है कि इसे लेकर कंपनियों के नियम अलग-अलग होते हैं।
क्या दो अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेना ठीक?
दो अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने से आपका इंश्योरेंस प्रीमियम बढ़ जाता है और आपातकालीन स्थिति में क्लेम लेते समय भी दुविधा की स्थिति रहती है। ऐसे में आपको अपनी जरूरत के मुताबिक ही एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेना ठीक रहती है, जिसमें आपको कैशलैश क्लेम के साथ बाकी सभी हेल्थ इंश्योरेंस के फायदे मिले।