Highlights
- सोने की खरीद में सबसे बड़ी समस्या इसकी सुरक्षा होती है
- आपकी इस टेंशन का समाधान डिजिटल गोल्ड है
- आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं
सोने की खरीद को हमेशा ही सुरक्षित निवेश का विकल्प माना जाता है। हम भारतीयों से अधिक यह बात कौन समझ सकता है। मौजूदा वक्त की बात करें तो 2021 में सोने की कीमतों ने गहराइयां छुई थीं। हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार, सोने-चांदी में इस साल चमक लौटनी तय है। यानी कीमत में बढ़ोतरी होगी।
लेकिन सोने की खरीद में सबसे बड़ी समस्या इसकी सुरक्षा होती है। आप यदि घर में सोना रखते हैं तो हमेशा चोरी होने का डर सताता रहता है। यानि कि ये निवेश आपके सिर को टेंशन देता है। लेकिन डिजिटल युग में आपकी इस टेंशन का समाधान डिजिटल गोल्ड है। आप अब डिजिटल रूप से सोना खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ विकल्पों के बारे में।
वॉलेट से गोल्ड
आज के समय में डिजिटल वॉलेट काफी प्रचलन में हैं। गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे वॉलेट भी गोल्ड खरीद सकते हैं। यह गोल्ड खरीदना काफी आसान है। जिस प्रकार आप शॉपिंग के लिए पेमेंट करते हैं, वैसे ही आप इन वॉलेट पर डिजिटल रूप से गोल्ड खरीद सकते हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि आप मात्र 1 रुपये का सोना भी खरीद सकते हैं। यह 99.99 प्रतिशत शुद्ध सोने की गारंटी देता है। लेकिन यहां पर आपको गोल्ड की खरीदारी पर कमीशन भी देना पड़ता है।
गोल्ड ETF
सोने के खरीदने का एक और विकल्प है, वो है गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ। पेपर गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स) खरीदना है। ईटीएफ में निवेश बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेश्नल स्टॉक एक्सचेंज के जरिए होता है। इसके मूल्य में जो उतार-चढ़ाव होता है, वो सोने की कीमतों पर निर्भर करता है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत आप पेपर गोल्ड खरीद सकते हैं। इन्हें सरकार जारी करती है। स्वर्ण बॉन्ड बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (एनएसई और बीएसई) के माध्यम से पेपर गोल्ड खरीदा जा सकता है। इसका ताजा जनवरी की शुरुआत में खत्म हुआ है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना नवंबर 2015 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य सोने की हाजिर मांग को कम करना था और सोने की खरीद के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घरेलू बचत के एक हिस्से को वित्तीय बचत में तब्दील करने के लिए किया गया था।
इस पर लगने वाले टैक्स को भी जानें
- ई-गोल्ड- कर और शुल्क यह 1 ग्राम के सिक्के की रूपांतरण दर के रूप में 100 रुपये और 8 ग्राम / 10 ग्राम के सिक्कों के रूपांतरण के लिए 400 रुपये का शुल्क लेता है। 100 ग्राम के सिक्कों और एक किलो के बार के मामले में एक्सचेंज कोई शुल्क नहीं लेता है।
- यदि आप इस उत्पाद को 36 महीने से कम समय तक धारण करते हैं, तो अल्पकालिकपूंजी लाभ स्लैब दरों के अनुसार कर लागू है। और अगर ई-गोल्ड 36 महीने से अधिक समय तक रखा जाता है, तो ई-गोल्ड के 10 प्रतिशत पर लाभ कर लागू होगा।
- एनएसई द्वारा भौतिक रूप में रखे गए इस उत्पाद का भंडारण शुल्क 60 पैसे प्रति यूनिट प्रति माह है।