Job Loss Insurance Policy: इन दिनों जहां देखो उसी कंपनी में ले ऑफ यानी छटनी चल रही है। ऐसे में घर के खर्चे, बच्चों की फीस से लेकर ईएमआई का सोचकर जॉब करने वाले हर इंसान में नौकरी को लेकर टेंशन होना लाजमी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसे हालातों में जॉब लॉस इंश्योरेंस से आपको राहत मिल सकती है। आप सोच रहे होंगे ये जॉब लॉस इंश्योरेंस क्या है। आज इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानेंगे।
जॉब लॉस इंश्योरेंस क्या है?
जॉब लॉस इंश्योरेंस भी लाइफ व हेल्थ इंश्योरेंस की तरह ही होता है। इसमें नौकरी जाने पर आपको आर्थिक रूप से लाभ मिलता है। भारत में जॉब लॉस इंश्योरेंस को लेकर कोई अलग प्लान नहीं है। जॉब लॉस इंश्योरेंस का लाभ उठाने के लिए इसे जर्नल व टर्म इंश्योरेंस के साथ एड ऑन कराया जाता है।
हालांकि, हर इंश्योरेंस कंपनी की जॉब लॉस इंश्योरेंस को लेकर अलग-अलग कंडीशन होती हैं। आप किसी भी पॉलिसी को लेने से पहले सारी टर्म एंड कंडीशन को अच्छी तरह पढ़ना न भूलें। पॉलिसी किन-किन परिस्थिती में क्लेम कर सकते हैं, इसे लेकर कुछ कंडिशन्स होती हैं। अगर आपकी जॉब जाने का कारण उनकी लिस्ट में शामिल है, तभी पॉलिसी होल्डर को निश्चित समय के लिए मदद मिलती है। अर्थात आप इंश्योरेंस कवर क्लेम कर सकते हैं।
जॉब लॉस इंश्योरेंस से जुड़ी मुख्य बातें
- पॉलिसी होल्डर को जॉब चले जाने पर इंश्योरेंस कंपनी से निश्चित समय के लिए आर्थिक रूप से मदद मिलती है।
- जॉब लॉस इंश्योरेंस के लिए एप्लाई कने वाले शख्स की नियमित आय होनी चाहिए। साथ ही जिस कंपनी में आप काम करते हो वो रजिस्टर्ड होनी चाहिए।
- पर्मानेंट जॉब करने वालों को ही इस पॉलिसी का फायदा मिलता है। अगर आपकी जॉब कॉन्ट्रैक्ट या अस्थायी है तो आपको इस पॉलिसी से कोई फायदा नहीं होगा।
- खराब पर्फोरमेंस के कारण नौकरी से निकाले जाने पर इस पॉलिसी का कोई फायदा नहीं होगा।
- प्रोबेशन पीरियड के दौरान जॉब चली जाने पर भी आप इंश्योरेंस क्लेम नहीं कर सकते हैं।
- नौकरी जाने पर इंश्योरेंस कंपनी कितना कवर देती है, यह कंपनी निर्धारित करती है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले टर्म एंड कंडीशन को अच्छी तरह पढ़ें
- अगर आपको कंपनी से किसी गलत गतिविधी व भ्रष्टाचार के चलते निकाला गया है, तो इस स्थिति में भी आप इंश्योरेंस कवर क्लेम नहीं कर सकते हैं।