छोटे स्टार्टअप से लेकर बड़ी टेक कंपनियां अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को बिना किसी गलती के निकाल रही है। एक्सपर्ट इसे मंदी का असर बता रहे हैं। इसमें Facebook, Amazon, Twitter, Microsoft, Ola और BYJU'S जैसे कई दूसरे फील्ड की कंपनियों की एक लंबी फेहरिस्त है। ऐसी स्थिति में जब व्यक्ति की नौकरी चली जाए तो नई नौकरी की तलाश उसके लिए बेहद जरूरी हो जाता है। आज हम आपको नई नौकरी तलाश करने में मददगार 5 गोल्डेन तरीके बताएंगे, जो इस मंदी के समय में भी असरदार साबित हो रहे हैं।
1. सही सोर्स का पता लगाना जरूरी
एक अच्छी नौकरी पाने के लिए सबसे पहले नौकरी ढूंढने का आपका जरिया सही होना चाहिए। अगर आप कंपनियों को गैर-पेशेवर तरीके से मेल भेजेंगे या हेड हंटर्स को रिज्यूमे भेजते रहेंगे या इंटरनेट पर जॉब वैकेंसी ढूंढते रहेंगे तो आपको जॉब मिलने की संभावनाएं बहुत कम हो जाएंगी। नौकरी ढूंढने के लिए नेटवर्किंग सबसे अच्छी प्रक्रिया होती है, लेकिन यह तब शुरू नहीं होनी चाहिए जब आपने नौकरी खो दी हो, बल्कि पहले से ही आपको नेटवर्किंग करते रहना चाहिए। कई कंपनियों में रेफरल का फायदा मिलता है। इसलिए जितना ज्यादा आप अपने दोस्तों और पुराने दफ्तर के साथियों से जुड़े रहेंगे आपको नई नौकरी मिलने के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही जॉब रिक्रूटर्स और हाइरिंग मैनेजर्स के टच में रहने से भी आपको फायदा मिलेगा।
2. आपकी स्किल और नौकरी की जरूरत में न हो फर्क
नौकरी पाने की जल्दी में ज्यादातर उम्मीदवार ऐसी नौकरियों के लिए भी अप्लाई कर देते हैं, जो उनकी स्किल के दायरे में नहीं आती है। साथ ही वे यह भी नहीं देखते कि जिस कंपनी में वे अप्लाई कर रहे हैं वहां उनकी काबिलियत का सही प्रयोग हो पाएगा या नहीं। अधिकतर रिक्रूटर्स को कंपनियां जिम्मेदारी सौंपती हैं कि वे कंपनी की जरूरत के हिसाब से खास विशेषता, अनुभव और स्किल वाले कैंडीडेट को चुनें। लिहाजा अगर आप अपने रिज्यूमे में साफ-साफ बताएंगे कि आपकी स्किल क्या हैं और आप किस तरह की जॉब में रुचि रखते हैं तो आपकी स्किल से मेल खाती नौकरी के लिए आपके चुने जाने के चांस बढ़ जाएंगे।
3. रिज्यूमे में गलतियां न करें
ज्यादातर रिक्रूटर्स किसी रेज्यूमे पर 30 सेकंड से ज्यादा समय खर्च नहीं करते। एक अध्ययन के मुताबिक, यह समय 7 सेकंड जितना कम भी हो सकता है। ऐसे में आपको ध्यान रखना होगा कि आपके रिज्यूमे में सिर्फ काम की बातें हों और रिज्यूमे आकर्षक और विश्वसनीय हो। यह बेहद जरूरी है कि आपके रिज्यूमे में कोई गलती न हो क्योंकि रिज्यूमे के रिजेक्ट होने का यह बड़ा कारण है। स्पेलिंग, व्याकरण और टाइपिंग का ध्यान रखें। रिज्यूमे के साथ एक अच्छा कवर लेटर भी लिखें और ध्यान रखें कि कवर लेटर ऐसा हो जिसमें किसी खास कंपनी या संस्थान का जिक्र न हो।
4. कंपनी से फॉलोअप न लेना या बहुत ज्यादा फॉलोअप लेना
रिज्यूमे भेजने के बाद आपका अगला कदम होना चाहिए कंपनी या रिक्रूटर से अपनी एप्लीकेशन का फॉलोअप लेना। इसमें यह समझना जरूरी है कि कितने दिनों बाद आप रिक्रूटर को कॉल करें। कई लोग रिज्यूमे भेजने के अगले दिन ही फॉलोअप लेने के लिए रिक्रूटर को कॉल करने लगते हैं। अगर आपने भी किसी रिक्रूटर को अपना रिज्यूमे दिया है तो कम से कम एक हफ्ते बाद रिक्रूटर को कॉल करें। इससे भी अच्छा ऑप्शन यह होगा कि आप मैसेज भेजकर या ई-मेल के जरिए रिक्रूटर से फॉलोअप लें। सीनियर लेवल की पोजीशन के लिए रिक्रूटर एक हफ्ते का समय लेते हैं, जबकि जूनियर लेवल की जॉब के लिए जवाब देने में रिक्रूटर 15 दिन का समय भी ले सकते हैं। ऐसे में अगर आप रिक्रूटर पर दबाव डालेंगे तो आपकी पोजीशन खराब होगी।
5. इंटरव्यू में गलती करना
नौकरी के लिए चयन की प्रक्रिया कई बार फोन इंटरव्यू से शुरू होती है। ऐसे में ध्यान रखें कि आप इंटरव्यू के समय व्यस्त न हों। कभी दूसरा फोन उठाने के लिए इंटरव्यूअर का कॉल होल्ड पर न डालें। अगर इंटरव्यूअर ने पहले से इंटरव्यू का समय तय नहीं किया था तो आप अपनी सुविधानुसार उन्हें समय तय करने को कह सकते हैं। इंटरव्यू के दौरान आप जितना शांत रहेंगे उतना ही आपका इंटरव्यू अच्छा जाएगा। इंटरव्यू से पहले तैयारी कर लेने से गलती करने के चांस कम हो जाते हैं। साथ ही आपके मन में जो सवाल हैं उन्हें भी पूछने से पीछे न रहें। पर्सनल इंटरव्यू में अपने पहनावे, बॉडी लैंग्वेज और बोलचाल का ख्याल रखें। इनसे आपका इंप्रेशन बन भी सकता है और बिगड़ भी सकता है। ध्यान रहे आखिरी में धन्यवाद देना ना भूलें।