रिजर्व बैंक ने इसी हफ्ते अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक के बाद ब्याज दरें स्थिर रखने का फैसला किया है। यह लगातार तीसरी बैठक थी, जिसमें ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि कुछ बैंकों ने इस फैसले के बाद ब्याज दरें बढ़ाई हैं। लेकिन सरकार क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने ब्याज दरों में कटौती कर आम कर्ज धारक ग्राहकों को राहत दी है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने गृह, कार ऋण दर में 0.20 प्रतिशत तक कटौती की घोषणा की है। बैंक ने कहा कि कम ब्याज दरों और प्रसंस्करण शुल्क में छूट के दोहरे लाभ से ग्राहकों को वित्तीय बोझ कम करने में मदद मिलेगी।
ये होंगी नई दरें
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकारी स्वामित्व वाले बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने शनिवार को गृह और कार ऋण पर ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत तक की कटौती की। इसके अलावा बैंक ने प्रसंस्करण शुल्क को भी शून्य करने की घोषणा भी की। इस कटौती के साथ गृह ऋण अब मौजूदा 8.60 प्रतिशत की जगह 8.50 प्रतिशत पर उपलब्ध होगा। दूसरी ओर कार ऋण को 0.20 प्रतिशत सस्ता कर 8.70 प्रतिशत कर दिया गया है। बीओएम ने एक बयान में कहा कि नयी दरें 14 अगस्त से प्रभावी हैं।
रिजर्व बैंक ने स्थिर रखी थी ब्याज दरें
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बृहस्पतिवार को लगातार तीसरी नीति बैठक में अपनी प्रमुख ब्याज दर रेपो को अपरिवर्तित रखा, लेकिन अगर खाद्य पदार्थों की कीमतों से मुद्रास्फीति बढ़ती है तो उसने सख्त रुख अपनाने का संकेत दिया है। रिजर्व बैंक द्वारा नकदी कम करने संबंधी उपाय के कारण बैंकिंग प्रणाली से लगभग एक लाख करोड़ रुपये निकलने की उम्मीद है। हालांकि, बैंकों का कहना है कि इस उपाय से उत्पादक क्षेत्रों की ऋण जरूरतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।