Highlights
- 4,786 रुपये प्रति ग्राम का निर्गम मूल्य तय किया आरबीआई ने
- 4,736 रुपये प्रति ग्राम के भाव पर मिलेगा ऑनलाइन निवेश पर
- 2015 में भौतिक सोने की मांग कम करने के लिए यह योजना लाई गई थी
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सरकारी स्वर्ण बांड योजना 2021-22 की नई श्रृंखला के लिए 4,786 रुपये प्रति ग्राम का निर्गम मूल्य तय किया है। आरबीआई ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि स्वर्ण बांड योजना 2021-22 श्रृंखला-9 सोमवार से खुलेगी और 14 जनवरी तक इसकी खरीद की जा सकती है। इस बांड के लिए 4,786 रुपये प्रति ग्राम का निर्गम मूल्य तय किया गया है।
ऑनलाइन भुगतान पर मिलेगी 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट
भारत सरकार ने आरबीआई के साथ परामर्श के बाद यह तय किया है कि ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट दी जाएगी। इसका मतलब है कि ऐसे निवेशकों को यह बांड 4,736 रुपये प्रति ग्राम के भाव पर मिलेगा। सरकारी स्वर्ण बांड योजना के आठवें चरण में निर्गम मूल्य 4,791 रुपये प्रति ग्राम रखा गया था। इस योजना के तहत आरबीआई भारत सरकार की तरफ से स्वर्ण बांड जारी करता है।
यहां से कर सकते हैं खरीदारी
इन बांड को बैंकों, भारतीय स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन (एसएचसीआईएल), निर्दिष्ट डाकघरों और एनएसई एवं बीएसई के जरिये बेचा जाएगा। सोने की भौतिक मांग को कम करने के इरादे से सबसे पहले गोल्ड बांड योजना नवंबर 2015 में लाई गई थी।
कितना कर सकते हैं निवेश
सॉवरेन बॉन्ड में आप 1 ग्राम सोना खरीदने से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। वहीं, प्रत्येक साल में निवेश की अधिकतम सीमा व्यक्तिगत और एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम, ट्रस्ट और ऐसी अन्य संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है। मंत्रालय ने बताया कि निवेशकों को 2.5 फीसदी सालाना की निश्चित दर से ब्याज का भुगतान किया जाएगा।
मिलते हैं ये सारे फायदे
स्वर्ण बांड में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको परिपक्वता अवधि पर कोई टैक्स नहीं देना होता है। स्वर्ण बांड की परिपक्वता आठ साल होती है, जबकि निवेश करने के बाद कम से कम पांच साल तक आप इसे बेच नहीं सकते। मतलब इसका लॉक इन पीरियड पांच साल है। अगर आपने एसजीबी में परिपक्वता तक निवेश बनाए रखा, तो आपको कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा। इसके साथ ही इसमें निवेश करने पर सुरक्षा की कोई चिंता नहीं होती है।