Highlights
- एयर इंडिया के आगे से अब सरकारी का ठप्पा हट गया है
- एयर इंडिया की कमान टाटा संस के हाथों में चली गई
- Tata सबसे पहले एयर इंडिया के लेट लतीफी वाले दाग को धुलेगा
महाराजा के नाम से मशहूर एयरलाइंस एयर इंडिया के आगे से अब सरकारी का ठप्पा हट गया है। 27 जनवरी से एयर इंडिया की कमान टाटा संस के हाथों में चली गई। सरकार के हाथों में करीब 69 साल रही एयर इंडिया अपनी लेटलतीफी और खराब सुविधाओं के चलते आज के युवाओं को आकर्षित करने में हमेशा पीछे रही। लेकिन अब टाटा के हाथों में जाने के बाद से लोग उम्मीद कर रहे हैं कि टाटा के हाथ में जाने के बाद अब एयर इंडिया में भी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराजा की कमान संभालते ही टाटा ग्रुप सबसे पहले एयर इंडिया के लेट लतीफी वाले दाग को धुलेगा। टाटा ग्रुप की पहली कोशिश होगी कि एयर इंडिया की फ्लाइट का संचालन समय पर हो। इसके अलावा भी कई अन्य बदलावों पर विचार किया जा रहा है। इसमें सीटिंग अरेंजमेंट के साथ-साथ केबिन क्रू का ड्रेस कोड चेंज किया जाना शामिल है। टाटा ग्रुप का कारोबार होटल इंडस्ट्री में भी है। ऐसे में एयर इंडिया के मुसाफिरों को अच्छी क्वॉलिटी का खाना भी मिल सकता है।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने बृहस्पतिवार को कहा कि टाटा समूह एयर इंडिया को विश्वस्तरीय एयरलइन बनाने को प्रतिबद्ध है। समूह के सरकारी एयरलाइन का स्वामित्व सरकार से हासिल करने के बाद उन्होंने यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि टाटा समूह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुधारों को लेकर प्रतिबद्धता और भारत की उद्यमी भावना में भरोसे को लेकर पूरी तरह वाकिफ है। ‘ऐतिहासिक बदलाव’ इसी कारण से संभव हो पाया है।
कौन कौन से बदलाव संभव
- कुछ उड़ानों के लिए बेहतर मेन्यू, जिसे बाद में सभी फ्लाइट्स में आफर किया जाएगा
- दिल्ली-मुंबई, मुंबई-अबू धाबी की फ्लाइट पर बेहतर भोजन मेन्यू
- उड़ानों में टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा का विशेष रिकॉर्डेड संदेश सुनाया जाएगा
- फ्लाइट में होने वाली घोषणाओं में बदलाव, केबिन क्रू की नई एसओपी होगी तैयार
- शुरुआती फोकस ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने पर
- एयरलाइन की लेट लतीफी में सुधार
ये चीजें नहीं बदलेंगी -
- कुछ एयर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी तब तक बने रह सकते हैं जब तक नए कर्मचारी भर्ती नहीं किए जाते
- विमान के इंटीरियर में फिलहाल सुधार नहीं होगा, इसमें लंबा समय लगेगा
- टाटा समूह अपने एयरलाइन व्यवसाय की संरचना कैसे करेगा, इस पर स्पष्टता नहीं है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि एयरएशिया इंडिया और विस्तारा एयरलाइंस पहले से ही टाटा समूह के अधीन हैं।