Aadhar Card News: आधार कार्ड आज के समय में एक जरूरी पहचान पत्र बन गया है। किसी भी दूसरे दस्तावेज को बनाने के लिए इसे एक पहचान पत्र के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। कई बार कुछ लोग आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल भी कर लेते हैं। पकड़े जाने पर कार्रवाई भी होती है। कुछ मामले ऐसे भी आते हैं कि व्यक्ति की मृत्यु होने के पश्चात भी उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार इस पर लगाम लगाने के लिए एक नया नियम लागू करने जा रही है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) और भारत के महापंजीयक ने एक ऐसी सुविधा शुरू की है जो आधार धारक का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने के बाद आधार को स्वत: निष्क्रिय कर देगी। इसलिए, एक आधार उसके धारक की मृत्यु के साथ समाप्त हो जाएगा।
कैसे करेगा ये काम?
मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने के बाद मृतक के परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की जाएगी। उस व्यक्ति के नाम से कोई पैसा जमा है, जो मृतक के परिजन को मिलने चाहिए तो उसे निपटा कर, उनकी सहमति के बाद ही आधार नंबर निष्क्रिय कर दिया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसको लागू करने के लिए राज्य सरकारों के साथ भी चर्चा चल रही है। बता दें कि यह कदम आधार 2.0 कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसके तहत केंद्र विश्वसनीयता में सुधार करते हुए नई सुविधाओं को लागू करने के लिए तैयार है। बड़े पैमाने पर यूआईडीएआई उन लोगों पर दबाव बना रहा है, जिन्होंने 10 साल पहले अपना आधार बनवाया था और अभी तक अपडेट नहीं कराया है।
जन्म प्रमाण पत्र के लिए आधार
इससे पहले UIDAI ने भी एक तंत्र शुरू किया था, जिसके तहत वह जन्म प्रमाण पत्र जारी करते समय आधार आवंटित कर रहा था। अब तक 20 से अधिक राज्यों ने इस प्रणाली को अपनाया है और अधिक राज्यों के अनुसरण करने की उम्मीद है। अभी तक आधार स्वचालित रूप से निष्क्रिय नहीं होता है या मृत्यु की तारीख को दर्शाने के लिए अपडेट नहीं होता है। मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने की भी अभी आवश्यकता नहीं है। परिवार के सदस्य किसी भी दुरुपयोग को रोकने के लिए आधार से जुड़े मृत व्यक्ति के बायोमेट्रिक्स के विवरण को लॉक करा सकते हैं।