केंद्र सरकार जल्द ही केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) बढ़ा सकती है। आपको बता दें कि बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए केंद्र सरकार समय-समय पर महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी करती है। इसे आमतौर पर हर साल दो बार संशोधित किया जाता है- जनवरी और जुलाई महीने में। सरकार डीए और भुगतान में बढ़ोतरी की घोषणा आमतौर पर मार्च में की जाती है। केंद्र सरकार महंगाई भत्ते को 38 प्रतिशत से बढ़ाकर 42 प्रतिशत कर सकती है। यानी महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।
आज प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक
आज शाम साढ़े दह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक होने वाली है। यह मार्च का महीना चल भी रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए डीए में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है। पिछली बार 28 सितंबर 2022 को 8 महीने के लिए 1 जुलाई 2022 से लेकर 28 फरवरी 2023 तक के लिए 4 फीसदी महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की गई थी। आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए डीए की गणना औद्योगिक श्रमिकों के लिए नवीनतम उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर की जाती है। श्रम मंत्रालय की एक शाखा श्रम ब्यूरो हर महीने CPI-IW डेटा प्रकाशित करता है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते की गणना के लिए एक निर्धारित फॉर्मूला है।
डीए बढ़ोतरी के बाद सैलरी कितनी बढ़ेगी
डीए की गणना मूल वेतन के अनुपात के रूप में की जाती है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए, डीए में बढ़ोतरी से उनकी टेक-होम सैलरी बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, केंद्र सरकार के एक कर्मचारी को प्रति माह 25,500 रुपये का बेसिक वेतन मिलता है। 38 फीसदी पर उनका महंगाई भत्ता 9,690 रुपये था। अब अगर डीए बढ़कर 42 फीसदी हो जाता है तो उनका डीए बढ़कर 10,710 रुपये हो जाएगा। तो, नवीनतम वृद्धि के साथ, उनका वेतन 10,710 रुपये-9,690 रुपये = 1,020 रुपये बढ़ जाएगा। पेंशनर्स की बात करें तो मान लीजिए कि केंद्र सरकार की किसी रिटायर कर्मचारी को प्रति माह 35,400 रुपये की मूल पेंशन मिलता है। 38 फीसदी महंगाई राहत पर पेंशनभोगी को अभी 13,452 रुपये मिलते हैं। अगर उनका डीआर बढ़कर 42 फीसदी हो जाता है तो उन्हें हर महीने 14,868 रुपए मिलेंगे।