नई दिल्ली। इंटरनेट और मोबाइल ने बैंकिंग की दुनिया को पूरी तरह से बदल दिया है। अब फंड ट्रांसफर, बिल पेमेंट, शॉपिंग और विड्रॉल जैसे कामों के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं है। लेकिन भारत में सुस्त 2जी और अटकते 3जी के साथ मोबाइल फंड ट्रांसफर हमेशा चुनौती भरा होता है। लेकिन इसका एक आसान जरिया है इंटरबैंक मोबाइल पेमेंट्स सर्विस (आईएमपीएस)। इसके जरिए सिर्फ मोबाइल एसएमएस के सहारे आप रेल टिकट, क्रेडिट कार्ड और डीटीएच मोबाइल रिचार्ज वगैरह का पेमेंट मोबाइल फोन से कर सकते हैं। यह रियल टाइम पर चौबीसों घंटे और सातों दिन उपलब्ध रहती है।
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क्या होती है आईएमपीएस सर्विस?
मोबाइल के माध्यम से साल के 365 दिन चौबीसों घंटे इंस्टेंट इंटर बैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर की सुविधा देने वाले सिस्टम को आईएमपीएस कहते हैं। आईएमपीएस दो तरह के होते हैं: पर्सन टू पर्सन (पी2पी) और पर्सन टू मर्चेंट (पी2एम) सर्विस। भारत में सबसे पहले पी2पी सर्विस लॉन्च की गई थी, वहीं अब पी2एम सर्विस भी शुरू कर दी गई है।
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पी2पी और पी2एम सर्विस कैसे शुरू की जा सकती है?
इसके लिए बैंक के पास मोबाइल फोन नंबर रजिस्टर कराना होगा। इस पर बैंक सात अंकों वाला मोबाइल मनी आइडेंटिफायर (एमएआईडी) नंबर देगा। इसके जरिए वह आपके अकाउंट की पहचान तय करेगा। हर अकाउंट के लिए यूनीक मोबाइल नंबर और एमएमआईडी का कॉम्बिनेशन होता है। कस्टमर एक ही बैंक में लेकिन अलग-अलग एमएमआईडी के जरिए एक मोबाइल नंबर को कई अकाउंट से लिंक कर सकता है। इसके बाद कस्टमर को मोबाइल बैंकिंग पिन या एम-पिन मिलेगा, जिसका इस्तेमाल वह ट्रांजैक्शन के लिए कर सकता है।
आईएमपीएस से इस प्रकार भेज सकते हैं पैसे
पैसे भेजने के लिए मोबाइल ऐप या एसएमएस के जरिए आईएमपीएस का इस्तेमाल किया जा सकता है। ट्रांजैक्शन के लिए यूजर को फंड पाने वाले का मोबाइल नंबर और एमएमआईडी, रकम और एम-पिन एंटर करना होगा। इसके बाद एसएमएस से कन्फर्मेशन मिलेगी। पैसे पाने के लिए अपना मोबाइल फोन नंबर और आईआईएमडी फंड भेजने वाले से शेयर करना होगा। उसके बाद फंड भेजने वाला ऊपर बताए गए स्टेप पर चलेगा।
इसके जरिए कर सकते हैं ऑनलाइन शॉपिंग
आईएमपीएस के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं, यह दो तरीके से होती है। पहले तरीके में कस्टमर की तरफ से शुरू किया जाने वाली ट्रांजैक्शन (पी2एम पुश) और मर्चेंट की तरफ से शुरू की जाने वाली ट्रांजैक्शन (पी2एम पुल) सर्विस। पी2एम पुश में इंश्योरेंस प्रीमियम, मोबाइल/डीटीएच रीचार्ज, क्रेडिट कार्ड पेमेंट, यूटिलिटी बिल, ओवर-द-काउंटर पेमेंट और पिज्जा डिलीवरी, कूरियर और कैब जैसे फेस-टू-फेस पेमेंट किए जा सकते हैं। पी2एम पुल में ट्रांजैक्शन मर्चेंट की वेबसाइट के जरिए शुरू किया जाता है। इसके अलावा आपके पास बैंक की तरफ से मिला वन टाइम पासवर्ड होना चाहिए।
हर दिन कर सकते हैं 50 हजार रुपए का फंड ट्रांसफर
आईएमपीएस सुविधा बेहद कारगर है, लेकिन बैंकों ने इसके लिए प्रति दिन ट्रांजेक्शन की लिमिट लगा रखी है। ज्यादातर बैंक आईएमपीएस के जरिए 50,000 रुपए रोजाना ट्रांजैक्शन की लिमिट देते हैं।