नई दिल्ली। देश में पिछले दिनों घटी कई हिंसक उपद्रवों और जातीय हिंसा में व्हाट्सएप के माध्यम से फैलाई जा रही है अफवाहों की प्रमुख भूमिका रही है। व्हाट्सएप के जरिए फैल रहे इन भड़काउ संदेशों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने पिछले हफ्ते व्हाट्सएप को नोटिस जारी किया था। जिसके बाद आज व्हाट्सएप ने सभी प्रमुख अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कर इन अफवाहों से बचने के लिए 10 टिप्स जारी किए हैं। लेकिन इस विज्ञापन में व्हाट्सएप अपनी जिम्मेदारी से बचता दिखाई दे रहा है। ये टिप्स वास्तव में पूरी जिम्मेदारी यूजर पर ही डालते हैं। हालांकि व्हाट्सएप ने अगले कुछ दिनों में ऐसा फीचर लाने का भी वादा किया है, जिससे फेक मेसेज की पहचान की जा सके।
1. फॉरवर्ड किए हुए संदेशों से रहें सावधान
व्हाट्सएप ने अपने विज्ञापन में बताया है कि इसी सप्ताह कंपनी एक नया फीचर ला रही है। जिससे आपको यह आसानी से पता लग जाएगा कि यह संदेश फॉरवर्ड है। यहां यूजर को आगाह करते हुए कंपनी ने कहा है कि आप इस बात की जांच करें कि क्या फॉरवर्ड मैसेज में मौजूद बातें सच हैं या नहीं।
2. जो बात आपको परेशान करे उसे फॉरवर्ड न करें
कंपनी ने सुझाव दिया है कि यदि फॉरवर्ड मैसेज में कुछ ऐसा पढ़ते हैं जिससे आपको क्रोध आता है या डर लगता है, या बात आपको अविश्वसनीय लगती है तो यह जानने की कोशिश करें कि क्या उस संदेश का उद्देश्य आपके मन में ऐसी ही भावनाओं को जगाना था? अगर जवाब हां है तो आप उसे दूसरों के साथ साझा न करें और न ही फॉरवर्ड करें।
3. अविश्वसनीय जानकारी की दोबारा जांच करें
कई बार हमारे सामने ऐसे मैसेज आते हैं जिन पर यकीन करना मुश्किल होता है। ऐसा वीडियो को एडिट कर क्रत्रिम रूप से तैयार किया जा सकता है। ये बातें अक्सर ही सच नहीं होती। ऐसे में किसी अन्य स्त्रोत से पता लगाएं कि जानकारी सच्ची है या नहीं।
4. ऐसे संदेशों से बचें जो थोड़े अलग दिखते हैं
रोजाना हमारे सामने कई मैसेज आते हैं जिसमें दी गई खबरें गलत या झूठी होती हैं उनमें गलत वर्तनी का प्रयोग किया जाता है। कई बार पुरानी घटनाओं को मौजूद खबरों के साथ जोड़ कर लोगों को भड़काने की कोशिश करते हैं। ऐसे संदेशों में ध्यान रखें ताकि आप पता लगा सकें कि संदेश में निहित जानकारी सच है या नहीं।
5. संदेशों में मौजूद फोटो को ध्यान से देखें
फोटो और वीडियो पर आसानी से यकीन कर लिया जाता है, लेकिन आपको भ्रमित करने के लिए फोटो और वीडियो को भी एडिट किया जा सकता है। कभी-कभी फोटो सच्ची होती है, लेकिन उससे जुड़ी कहानी नहीं।
6. लिंक की भी जांच करें
ऐसा लग सकता है कि संदेश में मौजूद लिंक किसी परिचित या जानी-मानी साइट का है, लेकिन अगर उसमें गलत वर्तनी या विचित्र वर्ण मौजूद है तो संभव है कि कुछ गलत जरूर है। जिस लिंक पर शक हो तो उसे न तो खोले न ही फॉरवर्ड करें।
7. अन्य स्रोतों का प्रयोग करें
घटना की सचाई जानने के लिए अन्य समाचार साइट्स या ऐप्स को देखें। अगर घटना सच्ची होगी तो संभव है कि अन्य जगह भी पोस्ट की गई होगी। जब किसी घटना की एक से अधिक जगह रिपोर्ट की जाती है तो उसके सच होने की संभावना बढ़ जाती है।
8. सोच-समझकर संदेशों को साझा करें
हमने आपको पहले ही बताया कि सभी संदेश सच नहीं होते। ऐसे में यदि आप संदेश के स्रोत नहीं जानते या आपको लगता है कि संदेश में मौजूद जानकारी झूठी हो सकती है तो कृपया उसे अन्य लोगों को फॉरवर्ड न करें।
9. गलत संदेश भेजने वाले को ब्लॉक करें
आप वॉट्सऐप पर किसी भी नंबर को ब्लॉक कर सकते हैं या किसी भी समूह को छोड़ सकते हैं। अपने वॉट्सऐप अनुभव पर अपना नियंत्रण रखने के लिए ऐसी विशेषताओं का प्रयोग करें।
10. झूठी खबरें अक्सर फैलती हैं
आप इस पर ध्यान न दें कि आपने संदेश को कितनी बार प्राप्त किया है। सिर्फ इसलिए कि संदेश कई बार साझा किया गया है, इसका मतलब यह नहीं है कि वह खबर सच्ची हो।