नई दिल्ली। टेलीकॉम सेक्टर में संकट का असर अब आम उपभोक्ताओं की जेब पर भी पड़ने वाला है। देश की सबसे बड़ी कंपनियों भारती एयरटेल और वोडाफोन ने एक दिसंबर से अपने मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी करने की घोषणा कर दी है। हालांकि दोनों ही कंपनियों ने अभी तक यह नहीं बताया है कि आम लोगों की जेब पर उनके इस फैसले का कितना असर पड़ने जा रहा है।
कड़ी प्रतिस्पर्धा और तिमाही घाटे के बोझ तले दबे होने से वोडाफोन आइडिया ने कहा है कि वह एक दिसंबर से मोबाइल सेवाओं की दरें बढ़ाएगी। वहीं एयरटेल ने भी दिसंबर महीने में मोबाइल सेवाओं की दरों में वृद्धि शुरू करने की बात कही है।
वोडाफोन आइडिया को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 50,922 करोड़ रुपए का एकीकृत घाटा हुआ है। किसी भारतीय कंपनी का एक तिमाही में यह अब तक का सबसे बड़ा तिमाही घाटा है। भारती एयरटेल ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 23,045 करोड़ रुपए का नुकसान दर्ज किया है।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के मुताबिक, मोबाइल डाटा की कीमत 95 प्रतिशत घटकर 11.78 रुपए प्रति गीगाबाइट (जीबी) पर आ गई है। वोडाफोन-आइडिया ने कहा कि उसके पास सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम है और अपने नेटवर्क के एकीकरण को तेज करने केंपनी तेजी से अपनी पहुंच और क्षमता दोनों को बढ़ा रही है।