नई दिल्ली। इस फेस्टिव सीजन (दिवाली) को भुनाने के लिए हर कंपनी अपनी नई स्ट्रैटेजी के साथ काम कर रही है। कोई बड़े डिस्काउंट दे रहा है तो किसी ने कैशबैक की स्कीम शुरू की हुई है। इस फेस्टिव सीजन (दिवाली) में आप भी बिजनेस कर अच्छी कमाई कर सकते है। दरअसल त्योहारों में भी दिवाली कारोबारियों के लिहाज से खास होती है। इस अवसर पर कई तरह के कारोबार किए जा सकते हैं। paisa.khabarindiatv.com आपको बता रहा है, कुछ ऐसे ही बिजनेस के बारे में…
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(1) सजावटी लाइट्स और लाइटिंग बिजनेस
- दिवाली के समय चाइनीज लाइटिंग की सेल सबसे ज्यादा होती है।
- फेस्टिव टाइम में डेकोरेटिव लाइटिंग बेचने का काम 10,000 रुपए के इन्वेस्टमेंट से शुरू किया जा सकता है।
- दिल्ली के थोक मार्केट सदर बाजार के थोक कारोबारियों से चाइनीज लाइटिंग खरीदी जा सकती है।
- इन पर रीटेलर को 25 से 30 फीसदी का मार्जिन मिल जाता है।
- सदर बाजार में एक ही तरह की लाइटिंग के मिनिमम 10 पीस मिलते हैं।
- सदर बाजार के कारोबारी रामचंद्र शर्मा ने से बताया कि पिछले साल फेस्टिव टाइम में एक लाख रुपए की चाइनीज लाइटिंग चाइनीज इंपोर्टर से खरीदी थी।
- इस पर उन्होंने 50 हजार रुपए कमाए थे।
लाइटिंग के लिए नहीं चाहिए लाइसेंस
- दिल्ली के कारोबारी राजेश कुमार ने बताया कि लाइटिंग बेचने के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं होती है। इसके लिए नगर-निगम या दिल्ली पुलिस से लाइसेंस नहीं लेना होता है।
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(2) पटाखा बिजनेस
- फेस्टिव टाइम में पटाखे बेचकर लाखों कमाया जा सकता है।
- दिल्ली में 100 किलो तक के स्पार्कल पटाखों की सेल के लिए दिल्ली पुलिस के टेंपरेरी लाइसेंस की भी जरूरत नहीं पड़ती। हालांकि, आपको सुरक्षा के नियमों का पालन करना होगा।
- यदि आप 100 किलो से 600 किलो तक स्पार्कल के अलावा आवाज वाले पटाखे बेचना चाहते हैं तो राज्य की पुलिस से टेंपरेरी लाइसेंस लेना होगा।
- लाइसेंस के लिए फॉर्म पुलिस की वेबसाइट से मिल जाएगा।
- लाइसेंस डिस्ट्रिक डेप्युटी कमिश्नर जारी करता है।
- टेंपरेरी लाइसेंस मिलने पर आप चाइनीज और भारतीय कंपनियों के पटाखे बेच सकते हैं।
ये काम करना है जरूरी
- 100 किलो तक के पटाखे बेचने के लिए पक्की दुकान या शेड की जरूरत नहीं होती है, लेकिन इससे अधिक पटाखे बेचने के लिए दुकान या पक्का शेड होना जरूरी है।
- क्रैकर्स शॉप अन्य शॉप से 15 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए। दुकान या शेड में ज्वलनशील पदार्थ नहीं होने चाहिए।
- फॉर्म के साथ दुकान या शेड का साइट प्लान, मालिकाना हक का प्रूफ और फोटोग्राफ देने होते हैं।
ऐसे करें कारोबार शुरू
- आप पटाखों के डीलरों के जरिए पटाखे खरीद सकते हैं।
- ये डीलर चाइनीज और भारतीय पटाखे बेचते हैं।
- दिल्ली में सदर बाजार और जामा मस्जिद में पटाखों के थोक कारोबारी हैं।
- यदि स्टॉक ज्यादा मंगाना है तो पटाखों के गढ़ तमिलनाडु के शिवकाशी की कंपनियों से मंगाया जा सकता है। रीटेलर को चीन के पटाखों पर 35 से 50 फीसदी तक का मार्जिन मिल जाता है।
- भारतीय पटाखों पर 30 से 35 फीसदी का मार्जिन मिलता है।
- ये कारोबार 50 हजार रुपए के निवेश से शुरू किया जा सकता है।
(3) चॉकलेट, स्वीट्स गिफ्ट पैक
- दिवाली के समय मिठाइयों, चॉकलेट, फ्रूटी, सॉफ्ट ड्रिंक के डब्बे सबसे ज्यादा बिकते हैं।
- दिवाली से एक हफ्ता पहले ही ज्यादातर दुकानदार शॉप के बाहर दुकानों पर इन गिफ्ट आइटमों को बेचना शुरू कर देते हैं।
- कॉरपोरेट कंपनियां भी कर्मचारियों के लिए ये गिफ्ट खरीदती हैं।
- बीकानेरवाला, हल्दीराम, प्रियागोल्ड, पेप्सी, कोका कोला, फ्रूटी, चॉकलेट कंपनियां फेस्टिव पैक निकालती हैं। टऐसे में अभी ये कारोबार शुरू कर भइया-दूज तक ये कारोबार कर सकते हैं।
कहां से खरीदें गिफ्ट पैक
- आप इन कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर बल्क प्रोडक्ट खरीद सकते हैं।
- इसमें कंपनियां 20 से 30 फीसदी का मार्जिन देती हैं।
- अलग-अलग कंपनियों का मार्जिन डिफरेंट है।
- ये गिफ्ट पैक सदर बाजार मार्केट के थोक कारोबारियों से भी खरीदे जा सकते हैं।
- यहां आपको 20 से 25 फीसदी का मार्जिन डब्बों पर मिल जाएगा।
- सदर बाजार के थोक कारोबारी एक से दो फीसदी के मार्जिन पर काम करते हैं।
- फेस्टिव सीजन में चॉकलेट, नमकीन, मिठाई फ्रूटी, सॉफ्ट ड्रिंक के डब्बे बेचने वाले मोरी गेट के कारोबारी रोहित शर्मा ने बताया कि वह 200 रुपए प्रिंट प्राइज वाले डब्बे पर 50 रुपए मिल जाते हैं।
- बीते साल उन्होंने करीब 3,000 डब्बे बेचकर करीब 1.50 लाख रुपए कमाए थे।
(4) ड्राई फ्रूट डेकोरेटिव पैक
- सदर बाजार से सजावटी ड्राई फ्रूट के डब्बे और खारी बावली से ड्राई फ्रूट्स खरीदे जा सकते हैं।
- इन डब्बों में थोड़े-थोड़े ड्राई फ्रूट भरकर और बाजार या अपनी लोकल मार्केट में बेचे जा सकते हैं।
- त्योहार के समय में डेकोरेटिव ड्राई फ्रूट्स के डब्बे सबसे ज्यादा बिकते हैं।
कैसे शुरू करें कारोबार
- फेस्टिव सीजन में डेकोरेटिव ड्राई फ्रूट डब्बों का कारोबार करने वाले खारी बावली के कारोबारी रामनरेश शर्मा ने बताया कि सदर बाजार और चावड़ी बाजार में थोक में 50 से 5,000 रुपए तक के ड्राई फ्रूट के डब्बे मिलते हैं।
- डब्बे के खानों के हिसाब से कीमत तय होती है और डिजाइनर डब्बे महंगे आते हैं।
- वे इनमें ड्राई फ्रूट्स भरकर बेचते हैं।
- जिस ड्राईफ्रूट के डब्बे की लागत 130 से 150 रुपए आती है, उसे 250 रुपए में बेचा जाता है।
- उन्हें हर एक डब्बे पर 40-45 फीसदी का मार्जिन मिल जाता है।
- बीते साल उन्होंने करीब पांच हजार डेकोरेटिव ड्राई फ्रूट के डब्बे बेचे थे।
- उन्होंने इससे करीब 5 लाख रुपए कमाए थे। उन्होंने बताया कि ये कारोबार न्यूनतम 5,000 रुपए से शुरू किया जा सकता है।
(5 ) दीये, मूर्तियां, डेकोरेटिव कैंडल्स और सजावटी सामान
- दिवाली के समय में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, डेकोरेटिव कैंडल्स, लक्ष्मीजी के पैर, झालर, कंडील, रंगोली, सजावटी दीये, कैंडल की सेल पीक पर होती है।
- दिवाली से दो दिन पहले रीटेलर इन्हें महंगे दाम पर बेचते हैं।
- त्योहार के समय इन प्रोडक्ट को बेचकर कारोबारी 20-25 फीसदी का प्रॉफिट कमा सकते हैं।
- ये कारोबार 5,000 रुपए के निवेश से शुरू किए जा सकते हैं।
- दुकान लगाने के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं होती है।
- हालांकि, नगर निगम की तहबाजारी नियमों के तहत कुछ फीस जरूर देनी पड़ सकती है।
कहां से खरीदें सामान
- ये डेकोरेटिव सामान सदर बाजार से खरीदे जा सकते हैं।
- यहां ये बल्क में मिलते हैं।
- नोएडा के कारोबारी रामचंद्र शुक्ला ने बताया कि वह सदर बाजार से 10 हजार रुपए के सजावटी सामान खरीद कर लाए हैं।
- उन्होंने बताया कि इसमें मार्जिन ज्यादा है।
- लक्ष्मीजी के पैर बने स्टिकर के 10 पीस 10 रुपए में सदर बाजार से खरीदे हैं।
- अब रीटेल में लक्ष्मीजी पैर बने स्टिकर का एक पीस 10 रुपए में बेच रहे हैं।