नई दिल्ली। शिखा एक हाउस वाइफ हैं। उनके पति नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर थे। पिछले महीने उनका ट्रांसफर जयपुर हो गया। ऐसे में परिवार की पूरी जिम्मेदारी शिखा पर आ गर्इ। यूं तो शिखा खुद भी ग्रेजुएट थीं, लेकिन घर के फाइनेंशियल प्लानिंग संबंधी कार्य उनके पति के जिम्मे थे। अब घर और बाहर के सभी काम उनके जिम्मे आ गए। जिसके लिए फिलहाल वे तैयार नहीं थीं। यह कहानी सिर्फ शिखा की नहीं, देश की दूसरी लाखों महिलाओं की है। आज के समय में जरूरी है कि महिलाएं होममेकर के दायरे से बाहर निकल कर फ्यूचर मेकर की जिम्मेदारी संभालें। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इंडियाटीवी पैसा की टीम आज महिलाओं के लिए कुछ ऐसे फाइनेंशियल प्लानिंग के टिप्स देने जा रहा है, जो हाउसवाइफ आत्मनिर्भर बन सकें।
खुद तैयार करें घर का बजट
साधारणतया महिलाएं घर के छोटे खर्च जैसे किराना, बिजली, टेलिफोन बिल या दूध और बाई के हिसाब तक के लिए घर का बजट तैयार करती हैं। लेकिन जरूरी है कि महिलाएं इससे आगे बढ़ें। महिलाओं को चाहिए कि घर के हर तरह के खर्च के लिए आप ही प्लानिंग करें। सबसे पहले अपने परिवार की आमदनी का विश्लेषण करें और देखें कि क्या यह घर के कुल खर्च से अधिक है या कम। इसके लिए आपको किसी एक्सपर्ट की जरूरत नहीं है। नए घर के लिए कैसे होम लोन की किश्तें मैनेज होंगी। कैसे नई कार के लिए सेविंग होगी। बच्चों की पढ़ाई के लिए इंवेस्टमेंट होगा। इसका एक विस्तृत ब्यौरा बनाएं।
सेविंग में लीकेज का लगाएं पता
एक बार आपको घर की आय और खर्चों के साथ फ्यूचर प्लानिंग का पता चल जाता है तो अब अगले चरण में आपको अपनी बचत में लीकेज का पता लगाना है। इनकम के अनालिसिस के बाद अब आपको यह पता लगाना है कि कहां पर आपके पति की कमाई सबसे ज्यादा खर्च हो रही है। क्या ये खर्च गैर जरूरी हैं। आप ऐसे तरीकों की तलाश करें जिनको अपना कर आप खर्चों को कम कर सकते हैं। रेस्तरां में खाना, वीकेंड पर मॉल में शॉपिंग करना, महीने में कई बार बाहर फिल्म देखने जाना ऐसे खर्च हैं जिनमें आप कटौती कर सकते हैं। आप अपने फोन और इंटरनेट बिल की स्टडी कर उन्हें भी 30 से 40 फीसदी तक घटा सकती हैं।
फाइनेंशियल प्रोडक्ट के बारे में बढ़ाएं जानकारी
इंटरनेट ने दुनिया बहुत ही सीमित कर दी है। आप फोन या कंप्यूटर के माध्यम से अपनी फाइनेंशियल नॉलेज बढ़ा सकती हैं। इंटरनेट की मदद से आप बाजार में उपलब्ध विभिन्न फाइनेंशियल ऑप्शंस के बारे में जान सकेंगी। यह नॉलेज आपके भविष्य के लिए काफी मददगार साबित होगी। कई ऐसी पत्रिकाएं, अखबार और ब्लॉग ऐसे हैं, जहां पर्सनल फाइनेंस की जानकारी उपलब्ध होती है। इसके अलावा आप अपने आसपास से भी सीख ले सकती हैं। बेहतर होगा कि आप बैंकिंग प्रॉडक्ट्स से इसकी शुरुआत करें। बैंक जाएं और इन प्रॉडक्ट्स के बारे में पता करें।
सेविंग्स के साथ इंवेस्टमेंट की करें प्लानिंग
सभी महिलाएं घर खर्च में से कुछ न कुछ बचा लेती हैं। लेकिन जरूरत है कि इस आदत को विस्तार देकर सेविंग के अलावा इंवेस्टमेंट की राह भी खोजें। इसके लिए आप एक सेविंग्स एकाउंट खोल लें और जब भी आप बचत करें, उसमें पैसे जमा करें। आजकल बैंक महिलाओं के लिए बचत और निवेश के विभिन्न विकल्प उपलब्ध करा रहे हैं। इस तरह आप छोटी-छोटी राशि से बड़ी बचत करने में कामयाब हो सकते हैं। इसके अलावा आप बैंक में एफडी, म्युचुअल फंड आदि में भी अपनी बचत को निवेश कर सकती हैं।
खुद तैयार करें घर की फाइनेंशियल प्लानिंग
फाइनेंशियल प्रॉडक्ट और विकल्पों की जानकारी मिलने के बाद अगला कदम फाइनेंशियल प्लानिंग का होगा। पति की बीमारी या उनके टूर पर होने के चलते कई फैसले आप पहले भी खुद तेजी आ रही होंगी। लेकिन फाइनेंशियल नॉलेज के आधार पर खुद को बेहतर प्लानर बनाने की कोशिश करें। यह पता करें कि आपातकालीन स्थितियों के लिए आपको किस तरह की योजना बनानी चाहिए। यह भी पता करें कि बच्चों की पढ़ाई के लिए आपको कितनी पूंजी की जरूरत होगी। सबसे बड़ी प्लानिंग रिटायरमेंट के बाद के लिए होनी चाहिए, जब आप अपने पति के साथ लंबा वक्त बिताएंगी।