नई दिल्ली। महामारी फैलने के बाद भारत में ज्वैलर्स ने 100 रुपये की छोटी सी कीमत में सोने की ऑनलाइन बिक्री की शुरुआत की है। महामारी ने ज्वैलर्स को कारोबार करने के अपने पारंपरिक तरीकों को बदलने के लिए मजबूर किया है। पिछले साल राष्ट्रीय लॉकडाउन की वजह से देशभर में सोने की बिक्री पूरी तरह से बंद पड़ गई थी। लेकिन इसने ऑनलाइन गोल्ड बिक्री को भी बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसने टाटा ग्रुप के तनिष्क, कल्याण ज्वैलर्स इंडिया लि., पीसी ज्वैलर्स लि. और सेन्को गोल्ड एंड डायमंड्स को सीधे अपनी वेबसाइट या डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म के साथ भागीदारी में 100 रुपये में ऑनलाइन सोना बेचने के लिए मजबूर किया है। उपभोक्ता खरीदे गए सोने की डिलीवरी घर पर प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कम से कम एक ग्राम सोना खरीदना होगा।
डिजिटल तरीके से सोने की बिक्री भारत में नई बात नहीं है। मोबाइल वॉलेट और प्लेटफॉर्म जैसे ऑगमोंट गोल्ड फॉर ऑल और वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा समर्थित सेफगोल्ड इस तरह की पेशकश पहले से ही कर रहे हैं। ज्वैलर्स अभी तक सोने की ऑनलाइन बिक्री करने से बचते थे। इसका मुख्य कारण था कि भारत में लोग सोना खरीदने के लिए स्टोर पर जाना ज्यादा पसंद करते थे।
ऑगमोंट गोल्ड के डायरेक्टर केतन कोठारी का कहना है कि कोविड ने बहुत से ज्वैलर्स की सोच को बदल दिया है और अब वह सक्रियता से ऑनलाइन स्वर्ण आभूषणों की बिक्री कर रहे हैं। यह सिर्फ मानसिकता में बदलाव की बात है। ऑगमोंट गोल्ड के पास 4000 से अधिक भागीदार ज्वैलर्स हैं।
फेस्टिव डिमांड
भारत में फेस्टिव सीजन की शुरुआत होने से पहले ज्वैलर्स ने कई ऑफर्स की भी पेशकश की है। फेस्टिव सीजन में सोने की मांग अधिक बढ़ जाती है। डिजिटल खरीदारी बढ़ रही है क्योंकि अधिकांश भारतीय अब इंटरनेट के जरिये खरीदारी को सुरक्षित मानते हैं। उपभोक्ताओं की टेक्नोलॉजी-फ्रेंडली, युवा पीढ़ी के सहारे इस सेक्टर को विकास की पूरी उम्मीद है।
कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमण के मुताबिक हम उपभोक्ताओं, विशेष रूप से युवाओं के बीच एक नई दिलचस्पी देख रहे हैं, जो पीली धातु में व्यवस्थित निवेश करना चाहते हैं।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा पिछले साल जारी रिपोर्ट के मुताबिक ऑनलाइन सोने की खरीदारी, जिसमें ज्वैलर्स की वेबसाइट पर आभूषणों की बिक्री भी शामिल है, 2019 में कुल बिक्री मूल्य का केवल 2 प्रतिशत थी, इस खरीदारी में अधिकांश लेनदेन 45 वर्ष से कम आयु के लोगों द्वारा किए गए थे।
सेफगोल्ड के संस्थापक गौरव माथुर का कहना है कि सोने की कीमत में गिरावट ने भी प्लेटफॉर्म पर बिक्री की मात्रा में इजाफा किया है। उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है कि सोने की मौजूदा कीमत बहुत कम है और वे न केवल सोने में बल्कि सभी श्रेणियों में ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं।
ऑगमोंट के कोठारी ने कहा कि पिछले साल फरवरी से, हमपने अपने प्लेटफॉर्म पर बिक्री में 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। उपभोक्ता 3000 से 4000 रुपये की कीमत वाले सिक्के और बार की खरीदारी कर रहे हैं। महामारी के दौरान डिजिटल तरीके से गोल्ड खारीदारी बहुत लोकप्रिय हुई है और हमें उम्मीद है कि पिछले साल की तुलना में इस साल फेस्टिव सीजन में बिक्री 20-30 प्रतिशत अधिक होगी।
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