आप भी बेटी के सौभाग्यशाली पिता हैं लेकिन आपको उसकी शिक्षा और शादी की फिक्र है तो आपके लिए ही केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्ध योजना की शुरूआत की है। सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा एक छोटी बचत योजना है। जिसके तहत 10 साल से कम उम्र की दो बेटियों के लिए आप खाता खोलकर उसका भविष्य संवार सकते हैं। यहां आप मात्र 250 रुपये के निवेश से शुरुआत कर सकते हैं। इसके तहत आप प्रत्येक वित्तीय वर्ष में अपनी 2 बेटियों के लिए न्यूनतम 500 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। इस समय सरकार इस योजना पर 7.6% का रिटर्न देती है। इसमें निवेश करने पर आयकर अधिनियम (1961) की धारा 80 C के तहत अधिकतम 1.5 लाख रू. तक की टैक्स छूट प्राप्त कर सकते हैं।
किसी भी प्लान में निवेश करने से पहले हम सब यही सोचते हैं कि इस पर रिटर्न कितना मिलेगा। ब्याज दरों की गणना सभी के लिए आसान नहीं होती। स्कीम में चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा कैसे मिलता है इसका अंदाजा शायद ही किसी को नहीं होगी। यही ध्यान में रखते हुए इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको इस योजना की पूरी जानकारी प्रदान कर रहा है। आपको किस प्रकार फायदा होगा, कितना निवेश करना होगा, हम आपको इसकी पूरी जानकारी देनी होगी।
पढ़ें- LPG ग्राहकों को मिल सकते हैं 50 लाख रुपये, जानें कैसे उठा सकते हैं लाभ
250 रुपये में खुलवाएं सुकन्या खाता
यह स्कीम एक पोस्ट ऑफिस आधारित स्कीम है। यानि कि इसे आप देश भर में मौजूद किसी भी पोस्ट ऑफिस के माध्यम से खुलवा सकते हैं। खास बात यह है कि इसमें आप कम से कम 250 रुपये की राशि से खाता खुलवा सकते हैं। आप चाहें तो अधिक पैसा भी जमा कर सकते हैं। इस योजना के तहत अधिकतम निवेश सीमा 1.5 लाख रुपये है। यहां आपको 21 साल तक निवेश करना होगा।
पढ़ें- खुशखबरी! हर साल खाते में आएंगे 1 लाख रुपये, मालामाल कर देगी ये स्कीम
एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक खाता
एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक खाता खोला जा सकता है। एक अभिभावक अधिक से अधिक 2 बेटियों के नाम से अकाउंट खुलवा सकता है। अगर जुड़वां या तीन बच्चियां एक साथ होती हैं, तो फिर तीसरी बच्ची को भी इसका फायदा मिलेगा।
कब तक करना होगा निवेश
बच्ची के 10 साल के होने से पहले तक ये खाता खोला जा सकता है। शुरुआती 14 साल के लिए खाते में रकम जमा करनी होती है। ये योजना 21 साल के बाद मैच्योर होती है। यानि आप 21 साल के बाद ही पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, 18 साल की उम्र के बाद अगर बेटी की शादी होती है तो पैसा निकाल सकते हैं। इसके अलावा 18 वर्ष की उम्र के बाद बेटी की पढ़ाई के लिए 50 फीसदी तक पैसा निकाल सकते हैं।
पढ़ें- हिंदी समझती है ये वॉशिंग मशीन! आपकी आवाज पर खुद धो देगी कपड़े
जरूरी दस्तावेज
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए आवेदक को फॉर्म के साथ पोस्ट ऑफिस या बैंक में अपनी बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट भी जमा कराना होगा। इसके अलावा बच्ची और माता-पिता का पहचान पत्र (पैन कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट) और जहां रह रहे हों उसका प्रमाण पत्र (पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल) जमा कराना होगा।
पढ़ें- किसान सम्मान निधि मिलनी हो जाएगी बंद! सरकार ने लिस्ट से इन लोगों को किया बाहर
मैच्योरिटी राशि का कैल्कुलेशन
मासिक और वार्षिक योगदान को स्थिर रखते हुए मैच्योरिटी राशि की गणना की जाती है। योजना अवधि के 21 वर्षों के दौरान ब्याज दर 8.4% है। मासिक योगदान हर महीने की 1 तारीख को किया जाता है 1 अप्रैल को हर साल वार्षिक योगदान दिया जाता है। चूँकि सुकन्या समृद्धि योजना एक लॉन्ग टर्म निवेश है, इसमें कुछ निश्चित लाभ हैं जो आवेदकों के लिए उपलब्ध हैं। संबंधित राशि का कैल्कुलेशन करने के लिए उपयोग किया जाने वाला फॉर्मूला निम्नलिखित है-
A=P(1+r/n)^n
इस सूत्र में,
A = चक्रवृद्धि ब्याज
P = मूल निवेश राशि
R = ब्याज दर
N = एक वर्ष में ब्याज में चक्रवृद्धि होती है
T = वर्षों की संख्या (अवधि)
सुकन्या समृद्धि योजना प्रदान करने वाले बैंक/ NBFC
भारतीय रिजर्व बैंक ने SSY के प्रदाताओं के रूप में निम्नलिखित बैंकों को मंजूरी दी है:
- ऐक्सिस बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI)
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BOM)
- बैंक ऑफ इंडिया (BOI)
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- विजया बैंक
- इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB)
- इन्डियन बैंक
- IDBI बैंक
- ICICI बैंक
- यूको बैंक
- पंजाब एंड सिंध बैंक (PSB)
- देना बैंक
- केनरा बैंक