नई दिल्ली। अगर आप कुछ पैसे म्युचुअल फंड में लगाना चाहते हैं और समझ नहीं पा रहे हैं कि उसे एक स्कीम में लगाएं या कई स्कीम में। या फिर कई स्कीम में पैसा लगाना है और नहीं पता कि पैसा किस अनुपात में लगाएं तो हम आपको बताते हैं निवेश का आसान फॉर्मूला। इस फॉर्मूले के मुताबिक निवेश के लिए हमेशा एक से ज्यादा स्कीम में पैसा लगाना बेहतर होता है। पोर्टफोलियो में कम से ज्यादा हर लेवल की रिस्क रखने वाली स्कीम शामिल होनी चाहिए। रिटर्न तेज चाहिए तो ज्यादा रिस्क वाली स्कीम में पैसा बढ़ाया जा सकता है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने अपनी जनवरी फरवरी की रिपोर्ट में तेज रिटर्न पाने की उम्मीद रखने वालों के लिए खास पोर्टफोलियो का सुझाव दिया है।
कुल निवेश का 35 फीसदी हिस्सा
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक पोर्टफोलियो का पहला 35 फीसदी हिस्सा स्मॉल कैप इक्विटी स्कीम में रखा जा सकता है। ब्रोकरेज हाउस ने एक्सिस स्मॉल कैप फंड और आईसीआईसी प्रू स्मॉल कैप फंड का सुझाव दिया है। दोनो का साल भर का रिटर्न 10 फीसदी से ज्यादा का रहा है।
कुल निवेश का 35 फीसदी हिस्सा
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक पोर्टफोलियो का दूसरा 35 फीसदी हिस्सा मिडकैप इक्विटी स्कीम में रखा जा सकता है। इसके लिए एक्सिस मिड कैप फंड, टाटा मिड कैप ग्रोथ फंड और फ्रैंकलिन इंडिया प्राइमा फंड की सलाह दी गई है।
कुल निवेश का 20 फीसदी हिस्सा
ब्रोकरेज हाउस ने 20 फीसदी हिस्सा फोकस्ड इक्विटी फंड में रखने की सलाह दी हैं। इसमें ब्रोकरेज हाउस ने 3 नाम एसबीआई फोकस्ड इक्विटी फंड, एक्सिस फोकस्ड 25 फंड और सुंदरम सिलेक्ट फोकस शामिल हैं।
कुल निवेश का 10 फीसदी हिस्सा
तेज ग्रोथ चाहने वालों को भी सुरक्षित निवेश की सलाह दी जाती है। हालांकि ये हिस्सा 10 फीसदी रखा गया है। ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक कुल रकम का 10 फीसदी हिस्सा लो ड्यूरेशन डेट फंड में रखना चाहिए। इसमें आईसीआईसीआई प्रू सेविंग फंड रेग्युलर, आईडीएफसी लो ड्यूरेशन फंड, एक्सिस ट्रेजरी एडवांटेज फंड शामिल हैं।
(निवेश में कई तरह के जोखिम शामिल होते हैं, कृपया निवेश से पहले सलाह पर अपने स्तर से भी विचार करें)