नई दिल्ली। स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) ने फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस, यूके (FCDO UK) के साथ मिलकर ‘स्वावलंबन चैलेंज फंड’ पेश किया है। सिडमी एक प्रमुख वित्तीय संस्थान है, जो सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSMEs) के प्रमोशन, फाइनेंसिंग और डेवलमेंट के लिए समर्पित है। चैलेंज फंड एक ऐसा फंड है जो संगठनों के बीच प्रतिस्पर्धा का उपयोग कर विशिष्ट उद्देश्य के लिए वित्त आवंटन के लिए एक तंत्र का उपयोग करता है। मान लीजिए एक आइडिया है जिसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है, लेकिन वित्त की समस्या आ रही है, चैलेंज फंड एक निर्धारित थीम में आइडिया को प्रस्तुत करने के लिए एक सॉल्यूशन प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। अन्य दानदाताओं/ वित्तीय मददगार की सहायता से इस आइडिया को आगे बढ़ाया जा सकता है।
सिडीबी चैलेंज फंड ऐसे गैर-लाभकारी संगठनों/शैक्षणिक संस्थानों/ सामाजिक स्टार्टअप्स को वित्तीय समर्थन प्रदान करता है, जो देश में उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ ही स्थायी आजीविका, वित्तीय समावेशन और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच के क्षेत्र में काम करते हैं। आजीविका, महिला सशक्तिकरण, वित्तीय साक्षरता, जिम्मेदार व्यवसाय आदि छह चयनित थीम पर चयनित प्रविष्टियां अवार्ड के लिए अपने प्रस्ताव जमा कर सकती हैं।
डिजिटल पोर्टल के साथ सिडबी चैलेंज फंड को एमएसएमई मंत्रालय के सचिव बीबी स्वैन द्वारा लॉन्च किया गया। सिडबी के सीएमडी सिवासुब्रामणियन रमन ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और हमारा मानना है कि एक इन्नोवेटिव पहल उद्यमशीलता को और बढ़ावा देगी। चैलेंज फंड को इसी विचार के साथ पेश किया गया है।
इस फंड के तहत दो श्रेणियों ‘पायलेट श्रेणी’ और ‘स्केल-अप श्रेणी’ में आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। पायलेट श्रेणी में आवेदक अपने आइडिया को पायलेट/टेस्ट/ट्रायल के लिए प्रस्तावित कर सकते हैं, जबकि ‘स्केल-अप श्रेणी’ में पहले से चल रही/पूरी हो चुकी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए नामांकित किया जा सकता है। आवेदन 21 अगस्त, 2021 तक जमा कराए जा सकते हैं। पायलेट श्रेणी में 20 लाख रुपये तक और स्केल-अप श्रेणी में 35 लाख रुपये का वित्त उपलब्ध कराया जाएगा।
यह भी पढ़ें: मुकेश अंबानी को लगा झटका, सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया आज ये फैसला
यह भी पढ़ें: Renault ने भारत में लॉन्च की नई SUV, कीमत है 7.37 लाख रुपये
यह भी पढ़ें: तत्काल कर लें आप यह काम, वर्ना 15 अगस्त के बाद नहीं कर पाएंगे कोई कामकाज
यह भी पढ़ें: ड्राइविंग लाइसेंस के लिए RTO जाने की जरूरत नहीं, अब प्राइवेट कंपनियां, एनजीओ से बनवा सकेंगे लाइसेंस