नई दिल्ली। ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टल रेलयात्री डॉट इन ने अगले दो सालों के भीतर अपने प्लेटफॉर्म पर 2,000 स्मार्टबस को जोड़ने की योजना बनाई है। वर्तमान में रेलयात्री 25 बसों का संचालन उत्तरी क्षेत्र में कर रही है और इसकी योजना दक्षिणी क्षेत्र में अगले एक हफ्ते में 10 बसों के साथ ऑपरेशन शुरू करने की है। इसके अलावा रेलयात्री एप को आसान बनाते हुए इसे आठ नई प्रादेशिक भाषाओं में उपलब्ध कराया गया है।
रेलयात्री के सह-संस्थापक और सीईओ मनीष राठी ने बताया कि रेलयात्री एक ऐसा एप है, जो न सिर्फ भारत में निर्मित है, बल्कि इसे भारतीय यूजर्स के लिए ही बनाया गया है। हम हमेशा ही एप को साधारण और इस्तेमाल में आसान बनाने पर जोर देते हैं। और इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब यह एप हिन्दी, मराठी, गुजराती, बंगाली, तमिल, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ सहित कुल 8 प्रादेशिक भाषाओं में उपलब्ध है।
मनीष राठी ने बताया कि हम उत्तर भारत में रेलयात्री स्मार्टबस का विस्तार कर रहे हैं और जल्द ही दक्षिण भारत में भी अपना परिचालन शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लघु, मध्यम और बड़े ऑपरेटर्स द्वारा 5 लाख बसों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन कुछ ही ऑपरेटर्स ऐसे हैं जिनके पास 50 बसों से अधिक का बेड़ा है।
रेलयात्री ने दिल्ली और लखनऊ के बीच स्मार्टबस सेवा की शुरुआत की थी और अब इसका विस्तार कर कानपुर, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, जयपुर और मनाली के लिए भी शुरू किया गया है। जल्द ही बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में भी स्मार्टबस का परिचालन शुरू किया जाएगा।
रेलयात्री डॉट इन में नंदल नीलेकणी ने निवेश किया है और यह कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर ट्रेन टिकट बुकिंस सेवा शुरू करने के लिए आईआरसीटीसी के साथ बातचीत कर रही है। राठी ने कहा कि रेलयात्री न केवल उपभोक्ताओं को सही ट्रेन का चुनाव करने में मदद करती है बल्कि उन्हें स्मार्टबस सेवा का विकल्प भी देती है ताकि वह सुविधाजनक तरीके से अपनी यात्रा कर पाएं।