नई दिल्ली। खान-पान संबंधी शिकायतों से जूझ रही भारतीय रेलवे ने ट्रेन यात्रा के दौरान यात्रियों को हमेशा गुणवत्तापूर्ण ताजा खाना उपलब्ध कराने की एक नई योजना बनाई है। इस योजना के तहत बेस किचन में तैयार खाद्य पदार्थों की हर दो घंटे के अंतराल पर ट्रेन में आपूर्ति की जाएगी।
रेलवे, जो प्रतिदिन तकरीबन 11 लाख भोजन यात्रियों को उपलब्ध कराता है, ने हाल ही में लॉन्च नई कैटरिंग पॉलिसी में अलग से खाद्य पदार्थों की कुकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन का प्रावधान किया है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कैटरिंग पर यहां आयोजित राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में कहा कि,
हमनें अपने यात्रियों को अच्छी गुणवत्ता का खाना उपलब्ध कराने का फैसला लिया है और इसके लिए हमनें देश के कई स्थानों पर बेस किचन बनाने का निर्णय लिया है ताकि यात्रा के दौरान प्रत्येक दो घंटे के अंतराल पर ट्रेन में ताजा खाना पहुंचाया जा सके।
इस कॉन्फ्रेंस में फूड और बेवरेज इंडस्ट्री, सेल्फ हेल्प ग्रुप, आईआरसीटीसी और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य नई कैटरिंग पॉलिसी के तहत ट्रेन में बेहतर कैटरिंग सर्विस उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी रोडमैप तैयार करना था।
ट्रेन में खाने संबंधी शिकायतों पर प्रभु ने कहा कि जब भी शिकायतें आती हैं हम हमेशा तत्काल कार्रवाई करते हैं। पॉलिसी को बनाने से पहले हमने विस्तृत चर्चा की है और आज हम इस पॉलिसी को आसानी से लागू करने के लिए चर्चा कर रहे हैं।
भारतीय रेलवे स्टेशन के नजदीक बेस किचन स्थापित करने में प्राइवेट कंपनियों की भागीदारी चाहती है। इसके लिए रेलवे ने देश के कई स्थानों पर बेस किचन स्थापित करने का निर्णय लिया है। बेस किचन पूरी तरह से मैकेनाइज्ड होंगी और इनमें मानव हस्तक्षेप बहुत कम होगा। इसे पीपीपी मोड के तहत स्थापित किया जा सकता है।