नई दिल्ली। डायमंड खरीदना अब सिर्फ अमीरों का काम नहीं रह जाएगा। मध्यम वर्ग की पहुंच भी अब हीरों तक होने वाली है। पिछले हफ्ते 28 अगस्त को जिस इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (ICEX) पर हीरे का वायदा कारोबार शुरू हुआ है वहां पर हीरा खरीदने के लिए सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए पैसा लगाया जा सकता है। एक्सचेंज के लॉन्च होने से पहले उसके अधिकारियों ने कहा था कि अभी तक भारत में सोने और म्यूचुअल फंड्स में ही SIP की इजाजत है लेकिन उनका एक्सचेंज दुनिया में पहली बार हीरे में SIP शुरू करने जा रहा है।
डायमंड में SIP के लिए खरीदार को ICEX के सदस्य ब्रोकर के पास ट्रेडिंग खाता खुलवाना होगा और उसमें कुछ पैसे जमा करने होंगे। खरीदार को खाता खुलवाने के समय ब्रोकर को यह जानकारी भी देनी होगी कि वह महीने की किस तारीख को इलेक्ट्रोनिक फॉर्म में हीरे की खरीद करेगा।
ICEX शुरुआत में हीरे के 3 अलग-अलग आकार की ट्रेडिंग शुरू करेगा जिसमें 30 सेंट, 50 सेंट और 100 सेंट यानि 1 कैरेट की ट्रेडिंग होगी। जिस तरह से शेयर बाजार में शेयर खरीदने के लिए डीमैट खाते का इस्तेमाल होता है उसी तरह ब्रोकर ग्राहक के लिए डीमैट खाते में इलेक्ट्रोनिक फॉर्म में हीरे की खरीदारी करेगा। मौजूदा समय में 30 सेंट के हीरे की कीमत करीब 27,000 रुपए है, SIP के तहत ग्राहक हर महीने 1 सेंट की कीमत यानि करीब 900 रुपए जमा कर सकता है। जब कीमत 30 सेंट के बराबर हो जाएगी तो ग्राहक इलेक्ट्रोनिक फॉर्म की जगह 30 सेंट के हीरे की डिलिवरी ले सकता है। लेकिन उसको लगातार 30 महीने तक SIP करते रहना होगा। इसी तरह 50 सेंट के डायमंड के लिए 50 महीने और 100 सेंट के डायमंड के लिए 100 महीने SIP करनी होगी।
SIP की मैचुअरिटी के बाद एक्सचेंज से डिलिवरी के तौर पर मिलने वाले डायमंड की शुद्धता की गारंटी होगी। रिटेल इन्वेस्टर को कम से कम 1 सेंट की SIP करना जरूरी है।