2020 में भारत में आए कोरोना संकट (Coronavirus) ने दुनिया को बहुत कुछ सिखा दिया है। सबसे बड़ी सीख जो इस वायरस काल ने हमें दी है, वह भविष्य के लिए बचत करना और अपने बुढ़ापे को सिक्योर करने की है। लेकिन दूसरी ओर महंगाई को काबू में लाने के लिए RBI की नीतियों के चलते पिछले साल बैंक और पोस्ट ऑफिस (Post Office Schemes) में सभी तरह की जमाओं के अलावा पेंशन स्कीम में भी ब्याज दरें घटा दी गई हैं। लेकिन इन सभी उतार चढ़ाव के बाद भी केंद्र सरकार की एक ऐसी पेंशन स्कीम है जो आम लोगों के लिए उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है। यह योजना है वरिष्ठ नागरिकों के लिए केंद्र द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) । यह योजना आपके निवेश आधार पर अधिकतम 9250 रुपये की मासिक पेंशन प्रदान करती है। आइए जानते हैं केंद्र सरकार की इस शानदार योजना के बारे में।
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क्या है प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (What is PMVVY)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुजुर्गों की भलाई और 60 की उम्र के बाद एक नियमित पेंशन आय प्रदान करने के लिए इस योजना की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना स्कीम को एलआईसी के अधीन रखा गया है। पेंशन स्कीम होने की वजह से 60 साल की उम्र के बाद ही इसका लाभ मिल सकता है। अब इस स्कीम से जुड़ने की डेडलाइन मार्च 2023 तक की है। इस स्कीम में निवेश के 3 साल बाद लोन सुविधा भी उपलब्ध है। वहीं इसमें प्री-मैच्योर विद्ड्रॉल की इजाजत भी मिलती है।
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कितना मिलता है ब्याज
हालांकि कोरोना संकट की वजह से इस स्कीम की ब्याज दरों में कटौती हुई है। लेकिन फिर भी अन्य बचत योजनाओं के मुकाबले इसमें अच्छा ब्याज मिल रहा है। कोरोना काल में ब्याज दर आठ फीसद ब्याज से घटकर अब 7.4 फीसद रह गई हैं। हालांकि वार्षिक पेंशन का विकल्प चुनने पर सालाना 7.66 फीसद का रिटर्न मिलेगा।
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मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर मिलती है पेंशन
बुजुर्गों को पेंशन के लिए वय वंदन योजना में एकमुश्त निवेश करना होगा। हर साल 1 अप्रैल को सरकार समीक्षा कर इस योजना के रिटर्न में फेरबदल करती है. पेंशन मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर ली जा सकती है।
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न्यूनतम 1000 रुपये प्रति महीने पेंशन
इस योजना में नए संशोधनों के बाद प्रति माह पेंशन की दर 1000 रुपये मासिक तय कर दी गई है। इसके लिए आपको न्यूनतम 1.62 लाख रुपये निवेश करने होंगे। वहीं तिमाही पेंशन के लिए 1.61 लाख, छमाही के लिए 1.59 लाख और सालाना पेंशन के लिए न्यूनतम 1.56 लाख रुपये निवेश करने होंगे।
अधिकतम मासिक पेंशन 9250 रुपये
बुजुर्गों के लिए शुरू की गई वय वंदना योजना में अधिकतम मासिक पेंशन 9250 रुपये मिलने का प्रावधान किया गया है। इस योजना के तहत अधिकतम तिमाही पेंशन 27,750 रुपये, छमाही पेंशन 55,500 रुपये और अधिकतम सालाना पेंशन 1,11,000 रुपये मिलने का प्रावधान हैं। इसके लिए निवेशक अधिकतम 15 लाख रुपए तक का निवेश कर सकता है।
नॉमिनी को मिलती है पूरी राशि
अगर किसी निवेशक की पॉलिसी की अवधि के दौरान मौत हो जाती है तो उसके नॉमिनी को पूरी निवेश राशि मिल जाएगी। इस योजना में अगर आप 2021 को 15 लाख रुपये निवेश करते हैं तो वर्ष 2031 तक सालाना 7.4 फीसद तक का निश्चित रिटर्न मिलता रहेगा। अगर निवेशक 10 साल की पॉलिसी अवधि के बाद भी जीवित रहता है तो उसे पेंशन की अंतिम किस्त के साथ निवेश की गई राशि वापस मिल जाएगी।