प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आम लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार नई योजनाएं चला रही है। सरकार की छोटे कारोबारियों से लेकर आम लोगों के लिए शुरू की गई विभिन्न आर्थिक योजनाओं का फायदा लाखों लोगों को मिल रहा है। इन योजनाओं में कई स्कीमें लोन से जुड़ी हुई हैं। जिसके तहत सरकार कम ब्याज दरों पर महिलाओं किसानों युवाओं से लेकर युवा उद्यमियों को कर्ज उपलब्ध कराती है।
सरकार की इन योजनाओं को लेकर आम लोगों के उत्साह का कुछ धोखेबाज फायदा उठाने की कोशिश में भी रहते हैं। ऐसा ही एक मामला हाल के दिनों में सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री उज्जवल फाइनेंस योजना का एक लैटर वायरल हो रहा है। जिसमें बताया जा रहा है कि सरकर इस योजना के तहत लोन उपलब्ध करा रही है। इसके लिए लोगों को फॉर्म भरना होगा। हालांकि इस योजना का लाभ लेने के लिए 3200 रुपये की प्रोसेसिंग फीस भी मांगी जा रही है।
क्या है इस योजना की सच्चाई
कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद इस प्रकार के वित्तीय धोखेबाजी की संख्या काफी बढ़ गई है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार के पत्र सूचना कार्यालय यानि पीआईबी द्वारा एक खास फैक्ट चैक शुरू किया गया है। इसमें मीडिया में चल रही खबरों की सच्चाई पता की जाती है। यह खबर भी पीआईबी की फैक्ट चैक टीम के पास आई। खबर की पड़ताल की गई तो पता चला कि यह खबर पूरी तरह से फर्जी है। केंद्र ने इस प्रकार की कोई भी योजना नहीं चलाई है। ऐसे में लोगों से इस प्रकार की स्कीम में न फंसने की सलाह दी जाती है।