नई दिल्ली: बीते साल शुरू हुई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से अबतक करोड़ों किसान जुड़ चुके हैं। इस योजना के लाभार्थी किसानों को सालाना तीन किस्तों में कुल 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। अभी तक केंद्र सरकार इस योजना के तहत लाभार्थियों को 6 किस्त जारी कर चुकी है और 7वीं किस्त कुछ ही वक्त में ट्रांसफर करने की तैयारी में है।
हालांकि, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की छठी किस्त में भी हजारों किसान ऐसे थे, जो इस योजना के दायरे में आते हुए भी लाभ से वंचित रह गए थे यानि जिन्हें किस्त नहीं मिल सकी थी। ऐसे में बता दें कि योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करने के बाद भी किस्त अटक जाने के कई कारण हो सकते हैं। आवेदन तो हो जाता है लेकिन पैसा खाते में नहीं पहुंचता।
ऐसी स्थिति में किसान को ही इसका परिणाम भुगतना पड़ता है। वह योजना के तहत भेजी जाने वाली किस्त से वंचित रह जाता है। कई बार आवेदन के बाद किसानों का नाम लाभार्थी सूची में शामिल हो जाता है लेकिन फिर भी उनके खाते में किस्त नहीं आती। बड़ी संख्या में ऐसे किसान हैं, जिन्हें इसकी शिकायत रहती है। ऐसे में किसानों की किस्त रोके जाने के कई कारण होते हैं।
दरअसल, सरकार उन लाभार्थी किसानों की किस्त रोक लेती है, जिनके आवेदन में गलत आधार नंबर, गलत अकाउंट नंबर और नाम की स्पेलिंग में गलती या कोई अन्य गलती होती है। ऐसी स्थिति में सरकार किसान के खाते में पैसा जारी नहीं करती है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि एक बार आवेदन में गलती हो गई तो फिर उसे सही नहीं किया जा सकता, सरकार ने इसकी सुविधा दी है।
पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करके आप अपना आधार नंबर सही सकते हैं। इसके लिए आप यहां (PM Kisan Yojana) क्लिक करें। इसके अलावा अगर आप अपने नाम की गलती या अकाउंट नंबर ठीक करना चाहते हैं तो वेबसाइट के होम पेज पर आप ‘Benificary status’ पर क्लिक कर उसे ठीक कर सकते हैं।