नई दिल्ली। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM kisan Samman nidhi yojana) के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को 9 करोड़ किसानों के बैंक खातों में सीधे 7वीं किस्त के रूप में 2000 रुपये स्थानांतरित किए थे। लेकिन 25 दिन बीत जाने के बाद भी लाखों किसानों के खातों में यह पैसा नहीं पहुंचा है। कृषि मंत्रालय का कहना है कि किसानों के दस्तावेजों में गड़बड़ी होने के कारण अबतक 1,61,236 किसानों के स्टेट्स में Payment Response Pending दिख रहा है। वहीं 2,05,831 किसानों का भुगतान विफल हो गया है।
जानकारी के मुताबिक 7वीं किस्त न मिलने वाले किसानों में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से हैं। दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश, तीसरे पर महारास्ट्र, चौथे पर गुजरात के किसान हैं। इनके बाद नंबर राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, हरियाणा और पंजाब का है। इसके अलावा इनमें मध्य प्रदेश के भी कुछ किसान शामिल हैं।
इतने किसानों को नहीं मिला पीएम किसान का पैसा, फेल हो गया ट्रांजैक्शन
कृषि विभाग की ओर से सूचना अधिकार कानून के तहत दिए गए जवाब के मुताबिक कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान पीएम-किसान योजना के तहत किसानों को भेजी जाने वाली रकम बहुत से किसानों तक नहीं पहुंच पाई। ट्रांसफर में असफलता के मामले मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सबसे अधिक हैं।
सूचना अधिकार कार्यकर्ता वेंकटेश नायक के मुताबिक, 23 मार्च से 31 जुलाई 2020 के दौरान देशभर के किसानों के खातों में पैसे भेजते समय 11.29 लाख मामले असफलता के पाए गए। नायक के मुताबिक, यह डेटा 31 जुलाई तक का है। आरटीआई के तहत मिले जवाब के मुताबिक, ट्रांसफर में विफलता के 99 फीसदी मामले (11.22 लाख) राज्यों से हैं, जबकि केंद्र शासित प्रदेशों की हिस्सेदारी 0.62 फीसदी (7,012) हैं। मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 7.29 लाख ट्रांजैक्शन फेल हो गए। इसके बाद महाराष्ट्र में 85 हजार से अधिक तो कर्नाटक में 55 हजार से अधिक किसानों के खातों में रकम नहीं पहुंच पाई।
बिहार चौथे नंबर पर है जहां 51 फेल ट्रांजैक्शन हुए, उत्तर प्रदेश में ऐसे 48 हजार मामले आए। चंडीगढ़ में विफलता का केवल एक मामला सामने आया, जबकि लक्ष्यदीप से तीन और दादर और नगर हवेली, दमन और दीव से 13 मामले आए। आरटीआई में यह भी बताया गया है कि 6.33 लाख फेल ट्रांजैक्शन के मामलों में दोबारा कोशिश पर सफलता मिली। यह कुल फेल मामलों के 56 फीसदी से कुछ अधिक है।
इस वजह से फेल होता है ट्रांजैक्शन
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों के बैंक खातों में सीधे रकम भेजती है। ऐसे में किसानों की पूरी जानकारी सही होना आवश्यक है। इस जानकारी में जरा भी गड़बड़ी होने पर पैसा अटक सकता है। आप भी अपनी जानकारी को घर बैठे चेक कर सकते हैं और उसमें गलती होने पर सुधार भी कर सकते हैं।
ऐसे ठीक करें गलतियां
- किसान सबसे पहले PM-Kisan Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं।
- इसके बाद फार्मर कॉर्नर के अंदर जाकर Edit Aadhaar Details ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अब अपना आधार नंबर दर्ज करें और दिए कैप्चा कोड को डालकर सबमिट करें।
- अगर आपका केवल नाम गलत होता है यानी कि आवेदन और आधार में जो आपका नाम है दोनों अलग-अलग है तो आप इसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं।
- अगर कोई और गलती है तो इसे आप अपने लेखपाल और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें।
- इसके अलावा आप Helpdesk ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आधार नंबर, अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर एंटर करने के बाद जो भी गलतियां हैं, उन्हें सुधार सकते हैं। इस ऑप्शन का प्रयोग करके आप आधार नंबर में सुधार, स्पेलिंग में गलती और एड्रेस में गलती सहित अन्य जरूरी डिटेल्स ठीक कर सकते हैं। वेबसाइट पर आपके पैसे अटकने के कारणों का भी पता चल जाएगा।
टोल फ्री नंबर
अगर आवेदन करने के बाद भी पैसा न मिले तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से जारी हेल्पलाइन (PM-Kisan Helpline 155261 या 1800115526 (Toll Free) पर संपर्क करें। वहां से भी बात न बने तो मंत्रालय के दूसरे नंबर (011-23381092) पर भी बात कर सकते हैं।
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