Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Scheme: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय तृतीया के मौके पर पीएम किसान निधि के तहत 8वीं किस्त का पैसा जारी कर दिया है। कई किसानों को पीएम किसान निधि की आठवीं किस्त के तहत 2000 रुपये मिल चुके हैं। वहीं अन्य किसानों के खाते में धीरे धीरे पैसे आने वाले हैं। किसानों की आर्थिक मदद के लिए 2019 के बजट में केंद्र की मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा की थी। इसके तहत किसानों को सालाना 6 हजार रुपये की मदद दी जाती है। अबतक 8 किस्तों में करोड़ों किसानों को इसके जरिए 16000 रुपये मिल चुके है।
लेकिन इस बार संभव है कि कई किसानों के खाते में पैसे न आएं। दरअसल इस योजना का लाभ गई गलत लोग भी ले रहे थे। जिसके बाद इस योजना के योग्य किसानों के लिए सरकार ने कुछ जरूरी शर्तों को लागू किया है। इन शर्तों को पूरा करके ही किसानों को इस योजना का लाभ मिल पाता है। इसी में सबसे जरूरी शर्त यह है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनके नाम पर खेत होंगे। इससे पहले उन किसानों को भी इस योजना का फायदा मिलता था, जिनके पास पुश्तैनी जमीन थी। लेकिन अब इन लोगों को इसका फायदा नहीं मिलता।
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शर्तों के मुताबिक खेती करने वाले किसान के पिता या दादा के नाम से जमीन है तो वह व्यक्ति इस योजना का हकदार नहीं है। साथ ही वे किसान जो कि खेती करते हैं लेकिन उनके नाम पर खेती योग्य जमीन नहीं है तो वे भी पात्र नहीं माने जाते। अब सरकार इन फर्जी किसानों के खातों में जो पैसे ट्रांसफर भी हुए हैं, उसे वापस लेने के लिए वसूली शुरू कर रही है।
अपात्र लोगों को मिल रहा था फायदा
इस योजना की शुरुआत के बाद जब सरकार ने जांच की तो पता चला कि इस स्कीम के जरिए ऐसे लोगों को फायदा मिल रहा है जो कि पात्र नहीं हैं। सरकार की कोशिश है कि इस स्कीम का फायदा हर हाल में ऐसे किसानों को मिले जो कि पात्रता की शर्तों को पूरी करते हैं। यही वजह है कि बीते 2 साल के दौरान सरकार ने इस स्कीम की शर्तों में कुछ बदलाव किए हैं।
8वीं किस्त से पहले कर लें ये काम!
कई किसानों के खातों में आठवीं किस्त आ रही है। लेकिन फिर भी तकनीकी खामियों की वजह से मार्च तक करीब 4 लाख किसानों के खातों में 7वीं किस्त नहीं पहुंची है। ये आंकड़े पीएम किसान पोर्टल के हैं। इसमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के किसानों की संख्या है। यहां 168183 किसानों की सातवीं किस्त पेंडिग है जबकि 49357 किसानों का पेमेंट फेल हो चुका है। किसानों का पेमेंट लटकने के मामले में दूसरा स्थान राजस्थान का है। यहां 11346 किसानों का पेमेंट पेंडिंग है। पेमेंट फेल होने के मामले में दूसरे स्थान पर आंध्र प्रदेश है। यहां 28422 किसानों का पेमेंट फेल चुका है। तीसरे नंबर पर महराष्ट्र है, जहां 25517 किसानों के खातों में भेजी गई 7वीं किस्त नहीं पहुंची है।
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किस गलती के कारण रुका पैसा
अक्सर किसी डाक्यूमेंट में कोई कमी रहने के चलते पैसा अटक जाता है। सबसे सामान्य गलतियों में आधार, अकाउंट नंबर और बैंक अकाउंट नंबर में गलती सामने आती है। अगर ऐसा हुआ तो आपको आने वाली किस्तें भी नहीं मिल पाएंगी। आप कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) जाकर इन गलतियों को सुधार सकते हैं। हालांकि इन गलतियों को आप घर बैठे सुधार सकते हैं। हम आपको घर बैठे गलतियां सुधारने का तरीका बता रहे हैं।
कैसे ठीक करें गलती
- PM-Kisan Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं। इसके फार्मर कॉर्नर के अंदर जाकर Edit Aadhaar Details ऑप्शन पर क्लिक करें।
- आप यहां पर अपना आधार नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें।
- अगर आपका केवल नाम गलत होता है यानी कि अप्लीकेशन और आधार में जो आपका नाम है दोनों अलग-अलग है तो आप इसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं।
- अगर कोई और गलती है तो इसे आप अपने लेखपाल और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करें
- इसे अलावा वेबसाइट पर दिए गए Helpdesk ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आप आधार नंबर, अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर एंटर करने के बाद जो भी गलतियां हैं, उन्हें सुधार सकते हैं।जैसे आधार नंबर में सुधार, स्पेलिंग में गलती ऐसी तमाम गलतियों को ठीक किया जा सकता है।
- आपके पैसे क्यों अटक गए हैं, इसकी भी जानकारी मिल जाएगी, ताकि आप गलतियों को सुधार सकें