नई दिल्ली। मई और जून माह में रसोई गैस सिलेंडर खरीदने वाले उपभोक्ताओं के खाते में सरकार द्वारा कोई सब्सिडी जमा नहीं कराई गई। इससे लाखों उपभोक्ता परेशान थे। उपभोक्ताओं की इस परेशानी को दूर करने के किए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने शनिवार को ट्विट कर एक जानकारी साझा की है, जिससे उपभोक्ताओं की चिंता दूर करने में मदद मिलेगी।
मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा है कि मई 2020 से एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में गिरावट आने की वजह से, इनकी कीमत में सब्सिडी का कोई हिस्सा नहीं था। इसलिए मई, 2020 और जून 2020 माह में आपूर्ति किए गए एलपीजी सिलेंडर के लिए कोई भी सब्सिडी का ट्रांसफर उपभोक्ता के सीधे बैंक खातों में नहीं किया गया है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस की वजह से मई और जून में एलपीजी सहित विभिन्न पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में गिरावट का रुख था। लेकिन जून मध्य में लॉकडाउन खुलने के साथ ही आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गईं और पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में सुधार आने लगा। लॉकडाउन के दौरान गैस सिलेंडर की कीमतों में लगातार तीन बार कटौती की गई थी, जिससे इसकी कीमत 277 रुपए तक घट गई थी।
फरवरी में एलपीजी सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 858.50 रुपए थी, जो मार्च में घटकर 805.50 रुपए रह गई थी। मई में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 744 रुपए से घटकर 581.50 प्रति लीटर पर आ गई। एक जुलाई को पेट्रोलियम कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 1 रुपए की वृद्धि की थी। इसकी कीमत दिल्ली में 594 रुपए प्रति सिलेंडर है। हालांकि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दैनिक आधार पर संशोधन किया जाता है, जबकि एलपीजी सिलेंडर के दाम प्रत्येक महीने की शुरुआत में संशोधित किए जाते हैं।
एलपीजी सिलेंडर के नए दाम (इंडेन- गैर सब्सिडी 14.2किग्रा)
दिल्ली -- ₹594
कोलकाता -- ₹620.50
मुंबई -- ₹594
चेन्नई -- ₹610.50
एलपीजी सिलेंडर को भारत में बाजार मूल्य पर बेचा जा रहा है लेकिन सरकार सब्सिडी का भुगतान सीधे पात्र उपभोक्ताओं के बैंक खातों में करती है। बाजार मूल्य और सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत के बीच अंतर वाली राशि को सब्सिडी के रूप में सरकार उपलब्ध कराती है। प्रत्येक परिवार को साल में 12 एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी मूल्य पर उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। इसके बाद बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदना होता है।