नई दिल्ली। भारत में भीम एप यानि कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। पिछले महीने जून की बात करें तो सिर्फ एक महीने में यूपीआई के माध्यम से 20 करोड़ ट्रांजेक्शन किए गए। अब नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) यूपीआई को अपग्रेड करने की योजना बना रही है। जिससे कि तुरंत एक बैंक से दूसरे बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर हो सके। इसके लिए NPCI भारत में 13 जुलाई को अपडेट वर्जन UPI 2.0 लॉन्च कर सकती है।
अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक UPI 2.0 कई दिलचस्प फीचर्स के साथ आएगा। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि यूजर्स की ट्रांजैक्शन लिमिट 1 लाख से बढ़कर 2 लाख रूपए तक हो जाएगी। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 'स्थायी निर्देश' के तौर पर अभी मंजूरी नहीं दी है।
UPI 2.0 की बात करें तो इसमें आपको ऑटो डेबिट की सुविधा मिल सकती है। इसकी मदद से ग्राहक अपने बैंको से अपने अकाउंट में से किसी लोन या EMI के लिए नियमित रूप से डेबिट करने की अनुमति दे सकेंगे। यह कुछ ऑटो-डेबिट फीचर की तरह काम करेगा जिससे कि एक निश्चित तारीख पर आपके बैंक अकाउंट से खुद-ब-खुद भुगतान हो जाएगा। UPI 2.0 में यह नया फीचर आने से लोन या म्यूचुअल फंड निवेश का भुगतान करना आसान होगा।
इसके साथ ही अपडेट वर्जन में यूजर्स को पेमेंट ब्लॉक करने की सुविधा भी मिलेगी। इस फीचर के माध्यम से ग्राहक अपने बैंक अकाउंट में एक निश्चित अमाउंट को ब्लॉक कर सकेंगे। एक और खास फीचर ओवरड्राफ्ट सुविधा होगी जो यूजर्स को लेनदेन करने से पहले बिलों की जांच करने की सुविधा देगी।