नई दिल्ली। आपने टीवी और रेडियो पर यह विज्ञापन जरूर देखा-सुना होगा जिसमें कहा जाता है कि अब पैसे निकालने के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जगह आधार का इस्तेमाल किया जा रहा है। आपने यह भी गौर किया होगा कि रिलायंस जियो और दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटर्स आधार के जरिए आपके नए सिम कार्ड को तत्काल एक्टिवेट कर रहे हैं। अाज बात करते हैं कि आधार के जरिए पेमेंट करने या पैसे निकालने के काम को अंजाम देने की सरकार की क्या योजना है और आप किस तरह इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
आधार लिंक्ड खाते से होगा पैसों का लेनदेन
- सरकार ने आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस (AEPS) की शुरुआत की है।
- इस सेवा से सीधे एक आधार संबद्ध खाते से दूसरे आधार संबद्ध बैंक खाते में पैसों का ट्रांसफर हो जाएगा।
- यहां डेबिट कार्ड की कोई जरूरत नहीं होगी।
- सरकारी आंकड़ोंं के अनुसार देश के एक अरब से ज्यादा लोगों के पास अब आधार कार्ड है।
- कैशलेस ट्रांजैक्शन को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में एक ऐप लॉन्च करने की घोषणा की है।
- इसके जरिए ग्राहक अपनी आधार संख्या और फिंगरप्रिंट के जरिए दुकानदारों को भुगतान कर सकेंगे।
- सरकार जल्द ही मोबाइल बनाने वाली कंपनियों को फोन में अंगूठे या आइरिस पहचानने वाले फीचर लाने को कह सकती है ताकि आधार से भुगतान की प्रक्रिया को सरल बनाई जा सके।
तस्वीरों के जरिए समझिए कैसे करवाते हैं आधार में ऑनलाइन करेक्शन
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यह सब संभव होगा आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस (AEPS) से
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के अनुसार AEPS एक ऐसी सेवा है जिससे बैंक के ग्राहक अपने आधार से जुड़े खातों तक आसानी से पहुंच सकते है। AEPS के जरिए ऐसे ग्राहक बैलेंस की जांच, नकद जमा, पैसों की निकासी और फंड ट्रांसफर बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट की मदद से कर सकेंगे। AEPS का लक्ष्य वास्तव में ग्राहकों को आधार से भुगतान के लिए प्रोत्साहित करना है। वे अपनी यूनीक आईडी और फिंगरप्रिंट की बदौलत दुकानदारों को भुगतान कर सकते हैं। इसके आधार पर ग्राहक की पहचान सत्यापित की जाएगी और वे अपने खाते से दुकानदारों के खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे। वर्तमान में सरकारी और निजी क्षेत्र के 118 बैंक के ग्राहक इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
ऐसे काम करेगा आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस
किसी भी वित्तीय संस्थान के बिजने कॉरेस्पोंडेंट से मिलकर आप फंड ट्रांसफर, बैलेंस इनक्वायरी, नकद जमा या निकासी कर सकते हैं। ऐसे बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट के पास प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) डिवाइस होता है। इसमें वह आधार नंबर डालता है और आइरिस या फिंगरप्रिंट स्कैन करता है। आधार नंबर डालने के बाद आप आप अपने खाते का बैलेंस देख सकते हैं और अपने खाते से किसी दूसरे व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको पैसे प्राप्त करने वाले व्यक्ति का अाधार नंबर देना होगा जिससे उसके खाते की डिटेल मिल जाएगी। इसके बाद तत्काल पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस में हैं अपार संभावनाएं, लेकिन बाधाएं भी हैं
नि:संदेह, देश में आधार के जरिए लेन-देन की अपार संभावनाएं हैं। यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आंकड़ों की मानें तो देश में लगभग एक अरब आधार नंबर धारक हैं। हालांकि, AEPS किसी क्षेत्र में नेटवर्क की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। अगर स्पीड स्लो हुई तो समझ लीजिए यह सेवा वहां नहीं मिल पाएगी। इसके अलावा ग्राहकों को बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट को AEPS की पूरी प्रक्रिया की जानकारी होनी जरूरी है नहीं तो यह महात्वाकांक्षी योजना परवान नहीं चढ़ पाएगी।