नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने दूसरा मोबाइल नेटवर्क छोड़कर उसकी पोस्टपेड सेवा लेने वाले ग्राहकों के लिए जमानत राशि खत्म कर दी है। ज्यादा ग्राहकों को लुभाने के लिए कंपनी ने शुक्रवार को यह घोषणा की। जियो के एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी ग्राहकों को उनके मौजूदा दूरसंचार सेवाप्रदाता की तरह समान उधार सीमा देगी।
अधिकारी के मुताबिक अन्य कंपनियों के पोस्टपेड ग्राहकों के जियो पोस्टपेड प्लस प्लान लेने पर रिलायंस जियो ने उनके लिए पहली बार समान उधार सीमा को आगे बढ़ाने की योजना शुरू की है। इसके लिए कंपनी कोई शुल्क नहीं लेगी और उन्हें इसके लिए कोई जमानत राशि भी नहीं देनी होगी। कंपनी अपने पोस्टपेड प्लान के तहत 500 जीबी इंटरनेट, नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम और डिज्नी हॉटस्टार की सदस्यता प्रदान कर रही है। वर्तमान में जियो के पास 39 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं। जियो पोस्टपेड प्लस प्लान की शुरुआत 399 रुपए से होती है और 1499 रुपए तक जाती है। इसमें उपभोक्ताओं को बहुत फायदे मिलते हैं।
रिलायंस जियो ने बच्चों की सामग्री के लिए यूएसपी स्टूडियो के साथ किया गठजोड़
देश के सबसे बड़े दूरसंचार परिचालक रिलायंस जियो ने बच्चों की सामग्री की पेशकश के लिए यूएसपी स्टूडियो के साथ गठजोड़ किया है। यूएसपी स्टूडियो खासतौर से बच्चों के लिए कंटेंट तैयार करती है।
यूएसपी स्टूडियो ने एक बयान में कहा कि इस साझेदारी से जियो के उपयोगकर्ताओं के पास शिक्षा और मनोरंजन वाले आठ ऐप तक पहुंच होगी। इन ऐप में किड्स फर्स्ट, किड्स टीवी इंडिया, जूनियर स्क्वाड किड्स सॉन्ग, टॉप नर्सरी राइम्स, किड्स चैनल इंडिया, बॉब द ट्रेन, लिटिल ट्रीहाउस राइम्स और फार्मीज नर्सरी राइम्स शामिल हैं।
भारत को चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने में जियो से मिलेगी मदद
भारत के सबसे अमीर कारोबारी एवं रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत भले ही पिछली तीन औद्योगिक क्रांतियों में पीछे छूट गया हो लेकिन अब सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) के कौशल, तेज गति की इंटरनेट कनेक्टिविटी और किफायती स्मार्ट डिवाइस के दम पर भारत के पास चौथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करने का मौका है। अंबानी ने कहा कि उनके समूह की दूरसंचार व डिजिटल इकाई जियो को इस तरह से डिजायन किया गया है कि उससे चौथी औद्योगिक क्रांति की अगुवाई करने में भारत को मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति डिजिटल कनेक्टिविटी, क्लाउड व एज-कंप्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) एवं स्मार्ट डिवाइसेज, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन, एआर/वीआर (ऑगमेंटेड रियलिटी/वर्चुअल लॉरिटी) और जीनोमिक्स जैसी डिजिटल प्रौद्योगिकियों से संचालित है।
उन्होंने कहा कि जियोफोन ने स्मार्टफोन को किफायती बनाया। जियो ने मोबाइल एप और डेटा को बेहद सस्ता कर दिया है। नतीजा यह हुआ कि जियो ने प्रति सेकंड 7 ग्राहक जोड़े और भारत की मासिक डेटा खपत 0.2 अरब जीबी से 600 प्रतिशत बढ़कर 1.2 अरब जीबी हो गई। अंबानी ने कहा कि भारत आज हर महीने छह एक्साबाइट से अधिक डेटा की खपत करता है, जो आज से चार साल पहले के यानी जियो से पहले के स्तर से 30 गुना से अधिक है। हम महज चार साल में डेटा की खपत करने के मामले में 155वें स्थान से पहले स्थान पर पहुंच गए।