नई दिल्ली। भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने माल ढुलाई (freight transportation) को अब और भी आसान बना दिया है। भारतीय रेलवे ने गुरुवार को ट्विट कर बताया कि उसने रेलवे के जरिये माल ढुलाई के लिए बुकिंग करने के लिए एक ऑल-इंडिया नंबर जारी किया है। इस नंबर के मदद से कारोबारी, व्यापारी और आपूर्तिकता भारतीय रेलवे द्वारा ढुलाई के लिए अपनी बुकिंग करवा सकेंगे और उन्हें इसके लिए अब घर से बाहर निकलने की भी जरूरत नहीं होगी।
भारतीय रेलवे ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए उसने ऑल-इंडिया टेलीफोन नंबर जारी किया है। यह नंबर है 139। इस नंबर पर फोन लगाकर अब कारोबारी, व्यापारी और सप्लायर्स अपने माल की बुकिंग कर सकेंगे। यह सुविधा उन्हें अपने घर बैठे मिलेगी, ताकि वह महामारी की चपेट में आने से अपने आप को बचा सकें।
रेलवे को मिला पहला सीईओ
मंत्रिमंडल की नियुक्ति मामलों की समिति ने मौजूदा चेयरमैन बी के यादव को सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है। रेलवे के इतिहास में पहला मौका है जब सीईओ का पद सृजित किया गया है। यादव चेयरमैन एवं सीईओ का पद संभालेंगे। इससे पहले, मंत्रिमंडल ने रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन को मंजूरी दी थी। इसके तहत इसके सदस्यों की संख्या आठ से कम कर पांच कर दी गई थी।
रेलवे में बड़े पैमाने में शुरू किए गए सुधारों के तहत यह कदम उठाया गया है। यादव को चेयरमैन और सीईओ नियुक्त किया गया है, जबकि प्रदीप कुमार सदस्य, बुनियादी ढांचा, पीसी शर्मा को सदस्य, ट्रैक्शन और रोलिंग स्टॉक, पीएस मिश्रा को सदस्य, परिचालन और व्यापार विकास तथा मंजुला रंगराजन को सदस्य, वित्त नियुक्त किया गया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति के अनुसार इसके तहत रेलवे बोर्ड में तीन पदों सदस्य (स्टाफ), सदस्य (इंजीनियरंग और सदस्य), (सामग्री प्रबंधन) को समाप्त कर दिया गया है।
सदस्य पद (रोलिंग स्टॉक) का उपयोग शीर्ष स्तर पर महानिदेशक (मनव संसाधन) पद सृजित करने में किया गया। रेलवे की योजना के अनुसार चेयरमैन और सीईओ कैडर नियंत्रित करने वाले अधिकारी होंगे और उनकी जवाबदेही मानव संसाधन की होगी। इस काम में महानिदेशक (मानव संसाधन) उनकी सहायता करेंगे।
मंत्रिमंडल के अनुसार भारत रेलवे चिकित्सा सेवा (आईआरएमएस) का नाम बदलकर भारत रेलवे स्वास्थ्य सेवा (आईआरएचएस) किया गया है। रेलवे के आठ प्रभागों का एक केंद्रीय सेवा में विलय की प्रक्रिया जारी है। यह भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा कहलाएगी। रेलवे के अनुसार इन सुधारों से विभिन्न विभागों का चक्कर समाप्त होगा, रेलवे का कामकाज और सुगम होगा और युक्तिसंगत निर्णय लिए जा सकेंगे।