नई दिल्ली। त्योहारी सीजन के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने रेल टिकटों की भारी मांग दर्ज की है। वर्तमान में चल रही 736 विशेष ट्रेनों में से 327 वेटलिस्टिंग का सामना कर रही हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वीके यादव ने कहा कि हम इन 327 ट्रेनों की दैनिक आधार पर निगरानी कर रहे हैं। एक बार जब हम वेटलिस्ट की प्रकृति का निर्धारण कर लेंगे कि कितने दिनों के लिए वेटलिस्ट है और यह कितनी देर तक चलेगी, तब हम उन रूटों पर क्लोन ट्रेनें चलाएंगे।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) यादव ने वर्चुअल संवाद में कहा कि हम चाहते हैं कि हर कोई सुरक्षित रहे। प्रत्येक यात्री कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करे। इस त्योहार के सीजन में रेलवे की तैयारी है कि हर यात्री कन्फर्म टिकट पर आरक्षित सीट पर बैठकर अपने गंतव्य तक जाए। इसके लिए हम अधिक से अधिक गाड़ी चलाएंगे।
रेलवे, जिसने मार्च में राष्ट्रव्यापी बंद के बाद से सभी यात्री ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया था, उसने अभी तक विभिन्न खंड से राजस्व के रूप में 3,322 करोड़ रुपये कमाए हैं। यादव ने कहा कि यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान अर्जित राजस्व की तुलना में 90 प्रतिशत कम है।
कोविड-19 वैश्विक महामारी में यात्री गाड़ियों की स्थिति की जानकारी देते हुए यादव ने कहा कि इस समय 736 विशेष गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है। कोलकाता मेट्रो की 200 सेवाएं चल रही हैं। मुंबई में 2276 लोकल सेवाएं चल रही हैं। 21 सितंबर से 20 गाड़ियों को क्लोन ट्रेनों के रूप में चलाया गया। इसके अलावा त्योहार स्पेशल ट्रेनों के रूप में 436 गाड़ियों को चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिए चलाई जा रहीं 473 विशेष गाड़ियों की बुकिंग की स्थिति को देखें तो पता चलता है कि 19 गाड़ियों में बुकिंग 30 प्रतिशत है, 44 गाड़ियों में 30 से 50 प्रतिशत के बीच है, 83 गाड़ियों में 50 से 75 प्रतिशत है तथा 327 गाड़ियों में वेटिंग लिस्ट चल रही है। माल वहन के क्षेत्र में रेलवे के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि रेलवे ने इस साल अब तक गत वर्ष की तुलना में अधिक ढुलाई की है।