1. myITreturn– इस एप के जरिए आप आसानी से अपना इनकम टैक्स कैल्कुलेशन, ई-फाइल्ड इनकम टैक्स रिटर्न का स्टेटस, टैक्स रिफंड का स्टेटस, असेसिंग ऑफिसर और साथ ही समय समय पर नोटिफिकेशन प्राप्त कर सकते हैं। इस एप का उदेश्य टैक्स फाइलर्स को उनकी टैक्स रिटर्न की जानकारी से अपडेटिड रखना है। बिना किसी प्रोफैशनल के संपर्क के यूजर अपना रिफंड और डिमांड स्टेटस जांच सकता है। इस एप के माध्यम से मौजूदा वर्ष में टैक्स देयता और पिछले टैक्स रिटर्न व रिफंड जान सकते हैं। इस एप पर रजिस्टर करने के लिए वन टाइम पासवर्ड जनरेट किया जाता है। इसकी मदद से आपका यूजर की पहचान की जाती है।
तस्वीरों में देखिए इन Apps को
IT return filing apps
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2. Hello Tax– इस एप की मदद से टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं। साथ ही यूजर को इनकम टैक्स से जुड़ी जानकारी से भी अपडेटिट रखा जाता है। इसमें एक स्क्रीन से दूसरे स्क्रीन पर आसानी से नैविगेट कर सकते हैं। महज 3 से 4 क्लिक में टैक्स रिटर्न भी फाइल कर सकते हैं। इस एप मूल उदेश्य रिटर्न फाइल करने में लगने वाले समय को कम करना है। पहले एक वर्ष के लिए यह एप फ्री है, लेकिन उसके बाद मामूली फीस लगती है। इसमें अच्छी बात यह है कि यूजर फॉर्म 16 अपलोड करने के बाद निश्चिंत बैठ सकता है। आगे की प्रक्रिया यह एप खुद पूरी कर लेता है। इसके एक के अन्य फीचर्स क्विक फाइल आईटीआर, क्विक रिफंड स्टेटस, ट्रांजेक्शन हिस्ट्री, टैक्स कैल्कूलेशन, पैन कार्ड डिटेल्स, डॉक्यूमेंट स्टोरेज आदि हैं।
3. Income Tax eFiling– यह एप सरकार की ओर से दिए गए इनकम टैक्स के ई-फाइलिंग वर्जन का एक्सटेंशन है। इस एप में इनकम टैक्स रिटर्न की ई फाइलिंग से जुड़ी सभी जानिकारियां है। साथ ही टैक्सपेयर के रिफंड प्रोसेस का स्टेटस भी बताता है। इस एप की अन्य सेवाएं नो योर पैन, नो योर टैन, टैक्स क्रेडिट स्टेटमेंट, इनकम टैक्स रिटर्न का स्टेटस, आईटीआर V, पिछले टैक्स रिटर्न की डाउनलोडिंग सुविधा आदि हैं। इस एप को इस्तेमाल करने के लिए इनकम टैक्स के नियम व शर्तों के बारे में जानकारी होना अनिवार्य है।
4. ClearTax– यह एप दावा करती है कि इसने असेसमेंट वर्ष 2014-15 में तीन लाख लोगों के ई फाइलिंग टैक्स रिटर्न को प्रोसस किया है। साथ ही असेसमेंट ईयर 2015-16 में 10 लाख लोगों ने इस एप की मदद से रिटर्न फाइल की थी। इस एक के माध्यम से यूजर स्मार्टफोन या टैबलेट से रिटर्न फाइल कर सकता है। यूजर की ओर से दी गई जानकारी के तहत यह एप फॉर्म का चयन करता है। बिना इंटरेनट स्थिति में टैक्स फाइल करते समय यूजर अपने फॉर्म 26एएस और फॉर्म 16 की डिटेल्स को इंपोर्ट भी कर सकता है। यूजर ऑफलाइन मोड में अपनी टैक्स डिटेल्स सेव कर सकता है और इंटरनेट कनेक्शन मिलते ही डिटेल्स सिंक हो जाएंगी। इस एप के जरिए रिफंड स्टेटस की जांच, टैक्स कैल्कूलेशन और रेंट रसीद जनरेट कर सकते हैं।
5. Crazyreturn– इस एप के जरिए यूजर न सिर्फ रिटर्न को ई-फाइल कर सकता है बल्कि इनकम टैक्स कैल्कूलेटर की मदद से टैक्स देयता भी जांच सकता है। यूजर के केवल इनकम और कटौती से जुड़ी जानकारी डालने पर टैक्स कैल्कूलेटर टैक्स देयता बता देता है। इसके लिए यूजर को एप में लॉग इन करना होगा। इसके बाद आईटी रिटर्न फाइलिंग प्लान का चयन करने के बाद इनकम और कटौती की डिटेल्स अपलोड करनी होगी। रिकवेस्ट सब्मिट के बाद टैक्स एडवाइजर टीम आपके डॉक्यूमेंट्स को रिव्यू करेगी और आईटी रिटर्न तैयार करेगी। आईटी विभाग के पास रिटर्न के सफल सब्मिशन के बाद एप आईटीआर V को अपने एप और पोर्टल पर अपलोड करेगी ताकि भविष्य में जरूरत के समय इसे डाउनलोड किया जा सके।
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