जयपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले के टोनाट्री गांव में लोग लंबे समय से पानी के संकट से जझू रहे थे। वे रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे थे। खाना पकाने, सिंचाई, पशुओं को खिलाने के लिए भी पानी पर्याप्त मात्रा में मौजूद नहीं था। यह ग्रामीणों के लिए एक बड़ी समस्या थी।
पानी की इस अपर्याप्त आपूर्ति को दूर करने के लिए लुकाइन ह्यूमन वेलफेयर एंड रिसर्च फाउंडेशन और राजपुताना सोसायटी ऑफ नेचुरल हिस्ट्री की अगुवाई में एक एकीकृत वाटरशेट परियोजना को कोका कोला इंडिया फाउंडेशन और आनंदना की सीएसआर शाखा के सहयोग से बामनी नदी पर एक चार चिनाई वाला चेक डैम बनाया गया।
वर्तमान में इन चेक डैम से लगभग 1.5 अरब लीटर पानी को स्टोर करने की क्षमता के साथ 6.5 किलोमीटर लंबाई का एक विशाल जल भंडार निर्मित किया गया है। इस परियोजना की मदद से अधिकांश खुले में खोदे गए कुओं और आसपास के बोरवेलों को भी पुनर्जीवित किया गया है।
इतना ही नही इस परियोजना ने ग्रामीणों को पीने, खाना पकाने, पशुओं को खिलाने और खेती के लिए पानी की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में भी सक्षम बनाया है। यह परियोजना पांच गांवों में पानी की जरूरत के पूरा करने में मदद कर रही है।