नई दिल्ली: आधार कार्ड बनवाने के लिए अपने घर के पास के ऑफिस या फिर खास कैंप भी लगाए जाते है। यह मुफ्त में बनाया जाता है और इसके लिए कोई भी फीस नहीं लगती। इसे बनवाने के लिए भारतीय देश का नागरिक होना चाहिए है। यह कार्ड बच्चे के पैदा होते ही बन जाता है। पैदा हुए बच्चे के बायोमेट्रिक्स की जरूरत 5 साल की उम्र के बाद पड़ती है। इसके लिए कभी भी आवेदन किया जा सकता है। आधार कार्ड बनवाने जाते वक्त पहचान और पते के प्रूफ के डॉक्युमेंट सेंटर पर ले जाने अनिवार्य होते हैं। इनमें पहचान के प्रूफ के लिए पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या पासपोर्ट ले जाना होता है। वहीं पते के प्रूफ के लिए वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली या पानी का बिल काम आ सकता है। आपसे सारी जानकारियां ले लेने के बाद एक एनरॉलमेंट नंबर दे दिया जाता है, जिसके आधार पर आप अपने आधार कार्ड का स्टेटस भी जान सकते हैं।
Aadhaar card 1 gallery
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
IndiaTV Paisa
कैसे मिलेगा फायदा
केंद्र सरकार की योजनाएं जैसे कि मनरेगा, पेंशन योजना, PM Jeevan Jyoti Bima Yojana (PMJJBY), PM Suraksha Bima Bima Yojana (PMSBY), Atal Pension Yojana (APY), कक्षा 10 से ऊपर की छात्रवृत्तियां, पीडीएस राशन, एलपीजी सब्सिडी, PAN कार्ड, पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया को आसान बनाना, बैंक खाता खोला सहित अन्य चीजों का फायदा तभी मिलता है जब संबंधित लोगों के पास आधार कार्ड होता है। अगर मोबाइल नंबर देते हैं तो कार्ड का स्टेटस जान सकते है और मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी पर आधार कार्ड से जुड़ी सुविधाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते है। आईडी न होने पर गैजेटेड ऑफिसर से अपनी एप्लिकेशन को प्रमाणित कराएं। आधार कार्ड एपलाई करने के 1-2 महीनों के बाद बनकर मिलता है। खो जाने पर आप ई-नंबर डाउनलोड करके कार्ड और नंबर ले सकते हैं। इसके लिए आप अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी के जरिए नेट से आपना ई-आधार बना सकते हैं। साथ ही एनरोलमेंट नंबर भी डाउनलोड कर सकते हैं। यूआईडीएआई ने भारतीय नागरिकों के लिए वेबसाइट पर कॉल क्वेरी सॉफ्टवेयर के जरिए ये सुविधा शुरू की है।