नई दिल्ली। एचडीएफसी बैंक द्वारा अपनी एमसीएलआर में कटौती के दो दिन बाद एचडीएफसी ने अपने हाउसिंग लोन और नॉन-हाउसिंग लोन के लिए रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (आरपीएलआर) में कटौती करने की घोषणा शुक्रवार को की है। एचडीएफसी ने एक बयान में कहा है कि एडजस्टेबल रेट होम लोन (एआरएचएल) पर आधारित हाउसिंग लोन और नॉन-हाउसिंग लोन की ब्याज दरों में 20 आधार अंकों की कटौती की गई है। नई दर शुक्रवार यानी 12 जून से प्रभावी हो गई हैं।
एचडीएफसी ने एक बयान में कहा कि एचडीएफसी अपने खुदरा ऋण पर ब्याज दर 0.20 प्रतिशत घटा रही है। नई दर 12 जून से प्रभावी होगी। इससे कंपनी के सभी खुदरा आवास ऋण और गैर-आवास ऋण के ग्राहकों को फायदा होगा। यह ब्याज दरें 7.65 प्रतिशत से 7.95 प्रतिशत के दायरे में रहेंगी।
इससे पहले एचडीएफसी बैंक ने बुधवार को कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) 0.05 प्रतिशत कम की थी। यह कटौती हर अवधि की एमसीएलआर पर की गई है। बैंक की वेबसाइट के अनुसार नई दरें आठ जून से प्रभावी हो चुकी हैं। एचडीएफसी बैंक के अनुसार एक दिन के लिए एमसीएलआर को कम कर 7.30 प्रतिशत, जबकि एक महीने की अवधि के लिए 7.35 प्रतिशत किया गया है।
एक साल की एमसीएलआर अब 7.65 प्रतिशत होगी। ज्यादातर उपभोक्ता कर्ज इसी से जुड़े होते हैं। वहीं तीन साल की एमसीएलआर अब 7.85 प्रतिशत होगी। रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में कटौती के बाद अन्य बैंकों के एमसीएलआर में कटौती के बीच एचडीएफसी ने यह कदम उठाया है। कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था को उबारने और उसे पटरी पर लाने के लिए आरबीआई मार्च से अबतक प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) में 1.15 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। बैंक हर महीने अपनी एमसीएलआर की समीक्षा करते हैं।