भारत में हर साल लाखों लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं। अक्सर यह दुर्घटनाएं चालक की लापरवाही या नियमों का पालन न करने के चलते होती है। केंद्र सरकार का सड़क एवं परिवहन मंत्रालय लंबे समय से देश में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए जागरुकता अभियान चला रहा है। नए मोटर व्हीकल एक्ट में भी सरकार ने कई ऐसे कड़े प्रावधान किए हैं, जिससे सड़क पर वाहन चलाते समय लापरवाही पर लगाम लगाई जा सके।
इस बीच मंत्रालय ने रात में वाहन चलाने वालों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत वाहन चालकों को सलाह दी गई है कि वे किस तरह सुरक्षित चलते हुए स्वयं की एवं सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों की जान बचा सकते हैं। एक स्टडी के अनुसार देश में आधी से अधिक दुर्घटनाएं रात के समय में होती हैं। अक्सर चालक कम रोशनी होने या फिर सही संकेतक का प्रयोग न करने के चलते अक्सर खुद की वहीं कई मामले में दूसरों की जान खतरे में डाल देते हैं।
पढ़ें- दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों की प्राइज लिस्ट, जानिए कितने में मिलेगी कार और बाइक
पढ़ें- यहां FASTAG है बेकार! इस एप के बिना नहीं मिलेगी Yamuna Expressway पर एंट्री
मंत्रालय ने जारी की ये एडवाइजरी
हेडलाइट का एंगल ठीक रखें
मंत्रालय ने सड़क पर वाहन चलाने वालों के लिए कुछ टिप्स जारी किए हैं। इसके तहत बताया गया है कि चालक हमेशा अपनी हेडलाइट का एंगल सेट करके रखें। अक्सर हम सड़क पर नीचे की ओर हेडलाइट सेट करते हैं, जिससे हमें लंबी दूरी का ठीक व्यू नहीं दिखता। रात के अंधेरे में दूर किसी पैदल व्यक्ति या साइकिल अथवा किसी बिना टेललाइट के वाहन को हम नहीं देख पाते और दुर्घटना हो जाती है।
पढ़ें- बैंक के OTP के नाम हो रहा है फ्रॉड, खाली हो सकता है अकाउंट, ऐसे रहे सावधान
पढ़ें- SBI में सिर्फ आधार की मदद से घर बैठे खोलें अकाउंट, ये रहा पूरा प्रोसेस
केबिन की लाइट को बंद रखें
अक्सर हम परिवार के साथ ट्रैवल करते वक्त केबिन के अंदर की लाइट को जलाकर रखते हैं, खासतौर पर तब जब हम बच्चों के साथ ट्रैवल करते हैं तो हम केबिन की लाइट जला लेते हैं। लेकिन बता दें कि ऐसा करना हानिकारक हो सकता है। केबिन की लाइट खुली होने से हमें पीछे की गाड़ी का डिपर नहीं दिखाई देगा। वहीं इससे इससे वाहन चलाते समय हमारा ध्यान भटकने की संभावना भी रहती है।
हाई बीम का सही प्रयोग करें
वाहन की लाइट में दो सैटिंग होती हैं पहला हाईबीम दूसरा लो बीम। शहरों में हमें लो बीम पर वाहन चलाने की सलाह दी जाती है। इससे सामने आ रहे वाहन के चालक की आंखें चौंधिया सकती हैं। वहीं हाइवे पर जहां हमें लंबी दूरी पर देखने की जरूरत होती है, वहां पर हाईबीम पर चलाना ठीक होता है। ऐसे में हमें परिस्थिति के अनुसार हाईबीम और लो बीम का प्रयोग करना चाहिए।
इंडिकेटर और ब्रेक लाइट की जांच करें
वाहन चलाते समय हम इंडिकेटर का प्रयोग करते हैं वहीं रुकते समय ब्रेक लाइट पीछे से आ रहे वाहन को रुकने का संकेत देती है। लेकिन ये लाइट काम कर रही हैं या नहीं, हम अंदर बैठकर यह पता नहीं कर सकते हैं। ऐसे में जब भी हम वाहन चलाएं उस समय ध्यान रखें कि चलाने से पहले इंडिकेटर और ब्रेक लाइट को अवश्य चेक कर लें।