नई दिल्ली। महामारी के दौर में पेंशनभोगियों को राहत देते हुए सरकार ने गुरुवार को डाकियों के जरिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की खास योजना की शुरुआत कर दी है। ये योजना डाक विभाग और इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक (आईपीपीबी) ने मिलकर की है। ऑनलाइन माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की सुविधा के लिए जीवन प्रमाण पोर्टल की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवंबर, 2014 में की थी। इसका उद्देश्य पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए एक सुविधाजनक और पारदर्शी सुविधा उपलब्ध कराना था। इस सुविधा की शुरुआत के साथ ही अब पेंशनभोगी घर बैठे ही अपने जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकेंगे।
आईपीपीबी ने इस सुविधा के लिए अपने बैंक सॉफ्टवेयर को अनुकूल बनाया है। इसके अलावा पेंशनभोगियों को डीएलसी सेवाएं डोरस्टेप पर प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के जीवन प्रमाण सॉफ्टवेयर के साथ तकनीकी तालमेल स्थापित किया है। यह सुविधा अन्य सुविधाओं जैसे घर में बैठे हुए ही बैंक खाते से धन की निकासी आदि के अतिरिक्त है। आईपीपीबी डोरस्टेप बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने के लिए अपने राष्ट्रीय नेटवर्क का उपयोग कर रहा है। इसमें पोस्ट ऑफिस के 1,36,000 से अधिक एक्सेस प्वाइंट्स और स्मार्ट फोन एवं बायोमैट्रिक उपकरणों से युक्त 1,89,000 डाकिये एवं ग्रामीण डाक सेवक शामिल हैं। इसके परिणामस्वरूप पूरे देश में बड़ी संख्या में पेंशनभोगी बिना बैंक शाखा गए या बैंक शाखाओं के बाहर पंक्ति में खड़े हुए बिना डाकिये/ग्रामीण डाक सेवक के माध्यम से डोरस्टेप सर्विस का लाभ उठा सकेंगे।
आईपीपीबी के माध्यम से ‘डीएलसी जमा करने के लिए डोरस्टेप सर्विस’ का लाभ लेने के लिए पेंशनभोगी ippbonline.com पर विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस सेवा को पाने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा।