नई दिल्ली। दूध व दूध से बने उत्पादों की सबसे बड़ी निर्माण व विपणन कंपनी अमूल लिमिटेड ने अपने उपभोक्ताओं और भागीदारों को आगाह करते हुए कहा है कि कई धोखेबाजों ने अमूल नाम का उपयोग कर फर्जी बेवसाइट्स बनाकर ईमेल द्वारा फर्जी फॉर्म्स के जरिये भुगतान करने के लिए कहते हैं। इस तरह की धोखाधड़ी करने वाले साइबर अपराधियों से सतर्क करते हुए कंपनी ने कहा कि जीसीएमएमएफ लिमिटेड कभी भी आरटीजीएस/एनईएफटी के माध्यम से किसी भी एकाउंट में राशि ट्रांसफर करने के लिए नहीं कहती है।
अमूल ने बताया है कि अमूल पार्लर खोलने, अमूल डिस्ट्रिब्यूटर बनने या नौकरी संबंधी पूछताछ के लिए केवल www.amul.com या 022-68526666 पर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कॉल कर सकते हैं। कंपनी ने कहा कि अमूल पार्लर्स, अमूल स्कूपिंग पार्लर्स की फ्रेंचाइजी स्थापित करने या डिस्ट्रिब्यूटर बनने से जुड़ी सभी आवश्यक प्रक्रियाएं केवल जीसीएमएमएफ (अमूल) लिमिटेड द्वारा निर्देशित होती हैं। कंपनी ने कहा है कि किसी भी झूठे वादों के कारण होनेवाले नुकसान के लिए जीसीएमएमएफ लि. की कोई जवाबदारी नहीं होगी।
शुरू करें अपना बिजनेस
अमूल बहुत छोटे से निवेश और अच्छे कारोबार कौशल के साथ किसी भी व्यक्ति को फ्रेंचाइजी बनने का मौका देती है। इसके लिए बहुत कम निवेश और कार्यशील पूंजी की आवश्यकता होगी। कोई भी व्यक्ति अमूल की फ्रेंचाइजी लेकर हर महीने अच्छी-खासी कमाई कर सकता है। अच्छी बात यह है कि इस फ्रेंचाइजी के लिए आपको कोई भी रॉयल्टी भुगतान या लाभ में साझेदारी नहीं करनी होगी। अमूल के साथ बिजनेस शुरू करने के लिए आपको केवल 2 से 6 लाख रुपए का निवेश करना होगा।
बिजनेस मॉडल
फ्रेंचाइजी उस व्यक्ति को दी जाएगी जिसके पास अच्छी लोकेशन पर अपनी या किराये की पहले से बनी दुकान/स्थान होगी। फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति को स्टोर स्थापित करने पर आने वाला सारा खर्च स्वयं वहन करना होगा। प्रारूप के आधार पर एक स्टोर को बनाने में 1.5 लाख से लेकर 6 लाख रुपए तक का खर्च आता है।
अमूल के थोक डीलर पार्लर और फ्रेंचाइजी को स्टॉक की आपूर्ति करेंगे, जिसमें उन्हें रिटेल मार्जिन मिलेगा। रिटेल मार्जिन अलग-अलग उत्पाद पर भिन्न-भिन्न होगा। फ्रेंचाइजी को कोई भी रॉयल्टी या राजस्व में कोई भी बंटवारा अमूल के साथ नहीं करना होगा।
कार्यशील पूंजी की आवश्यकता बिक्री की मात्रा पर निर्भर करेगी। पार्लर के लोकेशन के आधार पर मासिक बिक्री अलग-अलग होती है। यह 5 से 10 लाख रुपए के बीच रह सकती है। ऐसा अमूल ने अपनी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा है।
निवेश
अमूल कई तरह की फ्रेंचाइजी देती है। अमूल आउटलेट, अमूल रेलवे पार्लर या अमूल कियोस्क के लिए 2 लाख रुपए का निवेश करना पड़ता है। इसके अलावा 25,000 रुपए नॉन-रिफंडेबल ब्रांड सुरक्षा निधि, एक लाख रुपए रिनोवेशन और 75,000 रुपए उपकरणों पर खर्च करने होते हैं।
दूसरी तरह की फ्रेंचाइजी में अमूल आइसक्रीम स्कूपिंग पार्लर हैं, जिसमें 5 लाख रुपए का निवेश करना होता है। इसमें 50,000 रुपए की ब्रांड सुरक्षा निधी, 4 लाख रुपए का रिनोवेशन और 1.5 लाख रुपए उपकरणों के शामिल हैं।
न्यूनतम कमाई
अमूल के मुताबिक फ्रेंचाइजी से एक व्यक्ति हर माह 5 से 10 लाख रुपए का राजस्व हासिल कर सकता है। फ्रेंचाइजी को अमूल उत्पादों के न्यूनतम विक्रय मूल्य (एमआरपी) पर कमीशन का भुगतान किया जाएगा। मिल्क पाउच पर यह 2.5 प्रतिशत, दूध उत्पादों पर 10 प्रतिशत और आईसक्रीम पर 20 प्रतिशत है। अमूल आइसक्रीम स्कूपिंग पार्लर की फ्रेंचाइजी वाले को रेसिपी आधारित आईसक्रीम, शेक, पिज्जा, सैंडविच, हॉट चॉकलेट ड्रिंक पर 50 प्रतिशत कमीशन मिलता है। वहीं प्री-पैक्ड आईसक्रीम पर 20 प्रतिशत और अमूल उत्पादों पर 10 प्रतिशत कमीशन मिलता है।