नई दिल्ली। कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड का प्रबंधन करने वाली संस्था कर्मचारी भविष्य निधी संगठन (EPFO) चालू वित्त वर्ष 2017-18 के लिए ब्याज की दर को 8.65 प्रतिशत कामय रख सकता है। EPFO ने इसके लिए शेयर बाजार में किए गए अपने निवेश से 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का मुनाफा निकाला है ताकि ब्याज की दर को पिछले साल की तरह 8.65 प्रतिशत पर कायम रखा जा सके।
अगर EPFO की तरफ से इस साल के लिए 8.65 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है तो यह दूसरी सभी प्रॉविडेंट फंड (PF) स्कीमों से ज्यादा होगा। दूसरी प्रॉविडेंट फंड स्कीमों यानि पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) और गवर्नमेंट प्रॉविडेंट फंड (GPF) की तरफ से बहुत कम ब्याज दिया जा रहा है, मार्च तिमाही के लिए PPF और GPF की तरफ से सिर्फ 7.6 प्रतिशत ब्याज की घोषणा की गई है।
21 फरवरी को EPFO के ट्रस्टी बोर्ड की बैठक होनी है जिसमें ब्याज दरों को लेकर फैसला किया जाएगा, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि पिछले साल की तरह 8.65 प्रतिशत ब्याज पर मुहर लग सकती है। वित्त वर्ष 2016-17 के लिए भी इतने ही ब्याज की घोषणा की गई थी। हालांकि वित्त वर्श 2015-16 के दौरान 8.8 प्रतिशत ब्याज दिया गया था। अगर 21 फरवरी की बैठक में 8.65 प्रतिशत ब्याज पर फैसला होता है तो इससे करीब 5 करोड़ कर्मचारियों को लाभ पहुंचेगा।