नई दिल्ली। प्रीमियम ट्रेनों के यात्री जल्द ही यात्रा के दौरान मिलने वाले खाने पर अपना फीडबैक टैबलेट के जरिये ऑनलाइन दे सकेंगे। वे खाना खाने के तुरंत बाद ही बता सकेंगे कि खाना अच्छा, बुरा या खराब था। रेल मंत्रालय खाने की क्वालिट सुधारने और यात्रियों की शिकायतों का तुरंत निराकरण करने के लिए एक नई योजना शुरू करने जा रही है।
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यात्री रेलवे द्वारा उपलब्ध कराए गए टैबलेट में एक ऑनलाइन फॉर्म भरकर अपना फीडबैक रिकॉर्ड कर सकते हैं। अधिकारी ने बताया कि खाने की गुणवत्ता, स्टाफ आचरण और अन्य संबंधित मुद्दों पर यात्रियों के फीडबैक रिकॉर्ड करने के लिए रेलवे ने अभी तक विभिन्न रेलवे जोन में आईआरसीटीसी के ऑन-बोर्ड सुपरवाइजर्स को तकरीबन 100 टैबलेट उपलब्ध कराए हैं।
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टैबलेट का उपयोग प्रायोगिक आधार पर पहली बार अहमदाबाद-दिल्ली राजधानी में शुक्रवार को किया गया। आईआरसीटीसी के मुख्य प्रवक्ता पिनाकिन मोरावाला ने कहा कि यह नया सिस्टम आधिकारिक तौर पर अगले कुछ हफ्तों में मुंबई राजधानी में लॉन्च किया जाएगा। रेलवे इस स्कीम का ऑफलाइन वर्जन भी पेश करेगी, क्योंकि यात्रा के दौरान कई जगह इंटरनेट कनेक्शन की दिक्कत आती है। टैबलेट के सॉफ्टवेयर में यात्री का नाम, फोन नंबर और ट्रेन डिटेल्स रिकॉर्ड होगी। इसके बाद यात्रा के दौरान मिले भोजन की गुणवत्ता से संबंधित कुछ सवाल होंगे, जिनका जवाब यात्रियों को देना होगा।
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वर्तमान में आईआरसीटीसी ऑन-बोर्ड सजेशन बुक, या अपने ट्विटर हैंडर के जरिये फीडबैक लेता है। यात्री 139 पर कॉल कर खाने की गुणवत्ता संबंधी शिकायत कर सकते हैं। नए सिस्टम के साथ ही ये पुराने सिस्टम में चालू बने रहेंगे। नए सिस्टम में, यात्री परोसे गए खाने के लिए उसकी क्वालिटी, मात्रा, प्रजेंटेशन, स्टाफ आचरण और ओवरऑल सेटिसफेक्शन पर 1 से लेकर 5 तक रेटिंग कर सकेंगे। यदि रेटिंग 3 या इससे कम है तो यात्री से उसकी समस्या पूछी जाएगी।