नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने बुधवार को इनमारसैट (INMARSAT) के जरिये सैटेलाइट फोन सर्विस की शुरुआत की है। शुरआत में यह सर्विस केवल सरकारी एजेंसियों को उपलब्ध कराई जाएगी और बाद में चरणबद्ध तरीके से इसे आम नागरिकों के लिए पेश किया जाएगा।
यह सेवा उन इलाकों को भी कवर करेगी, जहां कोई नेटवर्क नहीं है। यह सर्विस अंतराष्ट्रीय मोबाइल सैटेलाइन ऑर्गेनाइजेशन (INMARSAT) द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके पास 14 सैटेलाइट हैं। इस सेवा को शुरू किए जाने के मौके पर दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि पहले चरण में आपदा प्रबंध, राज्य पुलिस, सीमा सुरक्षा बल और अन्य सरकारी विभागों को यह फोन दिया जाएगा। बाद में विमान यात्रा करने वाले और जहाजों से सफर करने वालों को यह सेवा उपलब्ध होगी। यह भी पढ़ें: HCL Tech 1,000 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से करेगी इक्विटी बायबैक, निवेशकों को मिलेंगे 3500 करोड़ रुपए
टीसीएल होगी बाहर
भारत में फिलहाल सैटेलाइट फोन सर्विस टाटा कम्यूनिकेशंस लिमिटेड (टीसीएल) उपलब्ध कराती है, जिसने सरकारी क्षेत्र की विदेश संचार निगम लिमिटेड (वीएसएनलए) के अधिग्रहण के साथ विरासत में इसका लाइसेंस प्राप्त किया था। बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने कहा, हम वॉयस और एसएमएस के साथ आज से सैटेलाइट फोन सेवा शुरू कर रहे हैं। श्रीवास्तव ने बताया कि टाटा कम्युनिकेशंस की सेवा 30 जून, 2017 को समाप्त हो जाएगी।
1532 सैटेलाइट फोन हैं मौजूद
30-35 रुपए प्रति मिनट होगा कॉल रेट
विदेशी ऑपरेटर्स द्वारा आपूर्ति किए गए सैटेलाइट फोन का उपयोग अर्द्धसैनिक बलों द्वारा किया जा रहा है, जिसको लेकर कुश्र सुरक्षा चिंता है। इनमारसैट इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम शर्मा ने कहा कि भारत में सभी सैटेलाइट फोन कनेक्शन बीएसएनएल को ट्रांसफर किए जाएंगे। बीएसएनएल ही कॉल रेट का निर्धारण करेगी। इसे 30-35 रुपए प्रति मिनट के बीच होना चाहिए।