![British man who threw away a hard drive with 7,500 bitcoins is on a scavenger hunt 8 years later](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/paisa-new-lazy-big-min.jpg)
British man who threw away a hard drive with 7,500 bitcoins is on a scavenger hunt 8 years later
नई दिल्ली। ब्रिटेन में रहने वाले आईटी कर्मचारी जेम्स होवेल्स (James Howells) को एक ऐसी हार्ड ड्राइव की तलाश है, जो उसे करोड़पति बना सकती है। जेम्स ने 8 साल पहले यानी 2013 में भूलवश अपनी हार्ड ड्राइव को कचड़े में फेंक दिया था, जिसमें 7500 बिटकॉइन का डाटा सेव है। अब जबकि बिटकॉइन की कीमत आसमान पर है, तो ऐसे में जेम्स को उस हार्ड ड्राइव की याद आई। जेम्न से हार्ड ड्राइव की तलाश के लिए न्यूपोर्ट सिटी काउंसिल को 7 करोड़ डॉलर देने की पेशकश की है। उसने कहा कि यदि काउंसिल उसे लैंडफिल साइट पर खुदाई करने की अनुमति देती है वह अपने खोए हुए डिजिटल खजाने को वापस पा सकता है। इन बिटकॉइन से जेम्स को 27 करोड़ डॉलर हासिल हो सकते हैं।
जेम्स ने सीएनएन से कहा कि उन्होंने बिटकॉइन की खोज के लिए काउंसिल से लैंडफिल साइट पर खुदाई करने की अनुमति मांगी है यदि मुझे बिटकॉइन मिल जाते हैं तो मैं सिटी ऑफ न्यूपोर्ट को 7.17 करोड़ डॉलर का दान देने के लिए तैयार हूं। इस रकम को न्यूपोर्ट में रहने वाले नागरिकों के बीच बांटा जाएगा। दुर्भाग्य से सिटी काउंसिल ने उनके इस पेशकश को ठुकरा दिया है।
न्यूपोर्ट सिटी काउंसिल के प्रवक्ता ने सीएनएन से कहा कि लाइसेंसिंग परमिट के तहत लैंडफिल साइट पर खुदाई संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इस खुदाई से आसपास के इलाके के पर्यावरण पर भी बहुत अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिना किसी गारंटी के लैंडफिल साइट पर खुदाई, छंटाई और कचड़े के उपचार पर करोड़ों पाउंड की राशि खर्च होगी, जिसकी भरपाई की कोई ठोस कार्ययोजना नहीं है।
जेम्स होवेल्स ने 2009 में बिटकॉइन खरीदना शुरू किया था, जब क्रिप्टो का बाजार अपने शुरुआती चरण में था और डिजिटल करेंसी के बारे में कोई नहीं जानता था। जेम्स ने जून और अगस्त 2013 के बीच अपनी हार्ड ड्राइव को कचड़े में फेंका था। जेम्स को लगा कि उन्होंने हार्ड ड्राइव से सभी फाइल को पहले ही दूसरी जगह सेव कर लिया है, लेकिन वो ऐसा करना भूल गए थे।
उस समय एक बिटकॉइन का मूल्य 100 डॉलर था। आज इस प्रीयिमर क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 36,000 डॉलर प्रति बिटकॉइन है। यह कोई पहली दफा नहीं है कि होवेल्स हार्ड ड्राइव की खोज करने की कोशिश कर रहे हैं। 2013 के अंत में भी होवेल ने लैंडफिल साइट पर जाकर इसकी तलाश की थी। इस बार वेल्स ने एक नई योजना बनाई है। वेल्स ने कहा कि वह ग्रिड रिफ्रेंस सिस्टम पर आधारित लैंडफिल के विशिष्ट एरिया में खुदाई करना चाहते हैं और सभी जरूरी सुरक्षा और पर्यावरण मानकों के अनुरूप हार्ड ड्राइव की तलाश करना चाहते हैं।
यह भी पढ़ें: महामारी से अमेरिका, ब्रिटेन, जापान जैसे देश बेहाल, वहीं चीन ने किया ये कमाल
यह भी पढ़ें: WhatsApp को लेकर मुकेश अंबानी ने बनाई नई योजना, 40 करोड़ भारतीयों को मिलेगा इसका फायदा
यह भी पढ़ें: महंगे पेट्रोल-डीजल से जनता की जेब हुई खाली लेकिन सरकार की भरी झोली, एक्साइज ड्यूटी में हो चुकी इतनी वृद्धि
यह भी पढ़ें: 7,000mAh बैटरी के साथ जल्द लॉन्च होगा यह फोन, जानिए क्या होंगी इसमें अन्य खूबियां
यह भी पढ़ें: केंद्र सरकार के वार्षिक बजट से ज्यादा है देश की इन 3 कंपनियों की कुल संपत्ति...